रांची: जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक मामले में सरकार ने भले ही एसआईटी गठित कर इस कांड में शामिल लोगों पर कार्रवाई तेज कर दी है मगर छात्र इससे संतुष्ट नहीं हैं. सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों का आंदोलन अनवरत जारी है. इसी के तहत शनिवार को आजसू छात्र संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में जेएसएससी छात्र सड़क पर उतरे और सरकार पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए जेएसएससी पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग की.
मोरहाबादी बापू बाटिका से राजभवन तक मार्च
आजसू छात्र संघ के द्वारा राजधानी के मोरहाबादी बापू बाटिका से राजभवन तक मार्च निकालकर सरकार से सीबीआई जांच की मांग की गई. राजभवन के समक्ष प्रदर्शन कर रहे इन छात्रों का मानना था कि आयोग ने छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर पैसे के बल पर छात्रों को पास कराने की कोशिश की थी जिसमें सरकार में शामिल कई सफेदपोश भी शामिल हैं. ऐसे में सीबीआई जांच के वगैर इसका उद्भेदन नहीं हो सकता.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी आईवास है जो बड़े लोगों तक नहीं पहुंच पायेगी. आजसू छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा ने कहा कि जब तक सीबीआई जांच की घोषणा नहीं हो जाती आजसू छात्र संघ के द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन कर रहे आजसू छात्र संघ के चैतल प्रकाश ने कहा कि एसआईटी जांच महज एक दिखावा है. बड़ी मछली को पकड़ना बेहद ही मुश्किल है जिस तरह से इस पेपर लीक मामले में बड़े-बड़े कोचिंग संस्थान से लेकर पदाधिकारी शामिल हैं वैसे में सीबीआई जांच ही एकमात्र उपाय है.
आपको बता दें कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा 28 जनवरी को राज्य भर में स्नातक स्तरीय प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित की गई थी जिस दौरान तीसरी पाली की परीक्षा के प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही वायरल हो गए थे जिसकी जांच करने पर वह सही पाया गया. इसके बाद इस परीक्षा को रद्द करते हुए सरकार ने एसआईटी से जांच करने का निर्णय लिया. एसआईटी की जांच में अब तक विधानसभा के उप सचिव सहित कई लोग संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं.
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