जयपुर. राजधानी जयपुर की रामनगरिया थाना पुलिस ने छात्र के अपहरण व उससे मारपीट करने के मामला का खुलासा किया है. अपहरण के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अपनी गैंग का दबदबा बनाने के लिए अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था. शनिवार को पुलिस ने गंगापुर सिटी निवासी आरोपी सतीश मीणा और दोष निवासी शिवराज मीणा को गिरफ्तार किया. अपहरण की वारदात में कुल्हाड़ी से मारपीट करके डर पैदा किया गया था. वहीं, वारदात के दौरान इस्तेमाल में ली गई कुल्हाड़ी और कार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
डीसीपी ईस्ट कावेंद्र सिंह सागर के मुताबिक 14 मई को परिवादी अनीश ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया गया कि 14 मई की रात को वो पीजी में अपने कमरे में सो रहा था. उसी दौरान 5-6 लड़के कमरे में आए और नाम पता पूछे. उसके बाद मारपीट करने लगे और उसे सीढ़ियों से नीचे उतार कर ले जाने लगे. परिवादी ने सीढ़ियां पकड़ ली तो एक बदमाश ने कुल्हाड़ी लेकर मारपीट शुरू कर दी और बाहर तक घसीटते हुए लाकर कार में पटक कर उसे मारा. इसके बाद आरोपी उसे रास्ते में छोड़कर भाग गए. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की.
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एडिशनल डीसीपी ईस्ट आशाराम चौधरी और एसीपी सांगानेर विनोद कुमार शर्मा के निर्देशन में रामनगरिया थाना अधिकारी अरुण कुमार के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर बदमाशों की पहचान की गई. डीसीपी ईस्ट कार्यालय की तकनीकी शाखा में कार्यरत कांस्टेबल गौरव से तकनीकी सहायता प्राप्त करके तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों को चिन्हित किया गया. मैन्युअल पुलिसिंग के आधार पर संभावित स्थानों पर दबिश देकर आरोपी सतीश मीणा और शिवराज मीणा को गिरफ्तार किया. आरोपियों को गिरफ्तार करवाने में रामनगरिया थाने की स्पेशल टीम के कांस्टेबल राहुल और लोकेंद्रपाल सिंह की अहम भूमिका रही.
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गैंग का दबदबा बनाने के लिए करते थे वारदात : पुलिस के मुताबिक आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि वो जयपुर में रहकर फिल्मी घटनाओं को देखकर अपनी गैंग का दबदबा बनाने के लिए आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे. 14 मई को कार में बैठकर पीजी में रहने वाले छात्र को जबरदस्ती उठाकर मारपीट करते हुए अपने साथ ले गए थे और मारपीट करने के बाद रास्ते में उसे छोड़कर भाग गए थे. आरोपी अपने पास कुल्हाड़ी रखते थे, जिससे डर पैदा करके मारपीट करते थे.