दुर्ग: एक हफ्ते के भीतर दुर्ग शहर में आवारा कुत्तों ने 15 से ज्यादा लोगों को काटा. लोगों की शिकायत है कि नगर निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. शहर के गायत्री वार्ड में आवारा कुत्तों का सबसे ज्यादा खौफ है. इलाके को लोगों का कहना है कि कुत्तों का झुंड बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा निशाना बना रहा है. नगर निगम की टीम से लगातार शिकायत की जा रही है. शिकायत के बावजूद निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है. कुत्तों के डर से बच्चे शाम के वक्त घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. जो बुजुर्ग सुबह और शाम के वक्त वॉकिंग करने जाते थे वो भी सुनसान इलाके में जाने से बच रहे हैं.
हमने नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी से अपनी शिकायत दर्ज कराई है. वार्ड में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. लोगों को सुरक्षित रखने और उनको बचाने के लिए हमने गुहार लगाई है. विभाग के अधिकारी कोई भी ठोस कदम उठाने से बच रहे हैं. अफसरों का कहना है कि कुत्तों को पकड़ने का टेंडर नहीं हुआ है ऐसे में वो क्या कर सकते हैं. - राज कुमार नारायणी, पार्षद और पूर्व सभापति
आवारा कुत्ते बने मुसीबत: दो दिन पहले भी गायत्री वार्ड में दो बुजुर्ग महिलाओं पर कुत्तों ने हमला बोल दिया था. कुत्तों के हमले में दोनों बुजुर्ग महिलाएं बुरी तरह से जख्मी हो गईं. नगर निगम की दलील है कि आवारा कुत्तों को पकड़ने का टेंडर नहीं हुआ है. कुत्तों को पकड़ने का टेंडर अगर हो गया होता तो डॉग्स को पकड़ने की कार्रवाई शुरु हो गई होती. जो लोग कुत्तों को पकड़ने की शिकायत लेकर निगम के दफ्तर जा रहे हैं उनको टेंडर की दलील सुनाकर वापस भेज दिया जा रहा है.