कांकेर: रफ्तार और ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने के चलते सड़क हादसे बढ़ रहे हैं. ट्रैफिक डिपार्टमेंट लगातार लोगों को अवेयर करने की मुहिम चलाती है. इसके बाद भी लोग ट्रैफिक नियमों को अनदेखा कर गाड़ी ड्राइव करते हैं. नतीजा ये है कि सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कांकेर के यातायात पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले 6 सालों में 1100 लोगों ने सड़क हादसों में अपनी जान गंवाई है. इन हादसों में सैकड़ों लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. बावजूद इसके लोग अब भी यातायात नियमों को गंभीरता से नहीं ले रहे.
6 साल में 1100 लोगों की मौत: ट्रैफिक विभाग का कहना है कि बीते छह सालों में 2012 सड़क दुर्घटनाओं की शिकायत दर्ज की गई. यातायात पुलिस का कहना है कि हम लगातार जागरुकता अभियान चला रहे हैं. ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए समय समय पर अवेयरनेस प्रोग्राम भी लॉन्च करते हैं. अवेयरनेस प्रोग्राम में बच्चों को भी शामिल करते हैं. इन सबके बावजूद भी लोग ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन नहीं करते हैं. यातायात पुलिस की मानें तो सबसे ज्यादा हादसे बाइक राइडरों के सामने आए हैं.
सड़क हादसों में शराब बड़ी वजह: ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक शराब पीकर गाड़ी चलाने के केस ज्यादा सामने आते हैं. बाइक सवार लोगों के गिरने से सबसे ज्यादा सड़क हादसे पिछले छह सालों में सामने आए. ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले युवा अक्सर दुर्घटना के शिकार होते हैं. ओवर स्पीड भी हादसों की बड़ी वजह है. पुलिस का कहना है कि हेलमेट नहीं लगाने के चलते बाइक सवारों की मौत सबसे ज्यादा हुई. चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले लोग हादसे के शिकार ज्यादा हुए.