ETV Bharat / state

2 किलो सोना, 6 लाख कैश और अपहरण की कहानी निकली झूठी, कर्ज से बचने के लिए ज्वेलर ने बनाया था प्लान - Meerut jeweler kidnapping

मेरठ में एक सर्राफा कारोबारी से लगभग दो किलो सोना और 6 लाख रुपए कैश लूटने समेत उसके अपहरण के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है. यह पूरा मामला फर्जी निकला.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 23, 2024, 8:53 PM IST

मेरठः जिले में एक सर्राफा कारोबारी ने अपने अपहरण की ऐसी कहानी रची कि पुलिस के होश उड़ गए. लेकिन ज़ब पुलिस ने इस मामले में अपनी पड़ताल शुरू की तो मामला संदिग्ध होता चला गया. देहली गेट थाने पर सर्राफा व्यापारी के प्रतिष्ठान से लगभग दो किलो सोना लूटने और गल्ले में रखे 6 लाख रूपये के कैश को भी लूटने की रिपोर्ट लिखाने को उसके नौकर के द्वारा तहरीर दी गई थी. जिसके बाद पुलिस की टेंशन बढ़ गई थी, लेकिन अब पुलिस ने इस मामले में जो खुलासा किया है वह बेहद ही चौंकाने वाला है.

नौकर ने पुलिस को दी थी तहरीरः दरअसल 21 फरवरी को माता का बाग शिवशंकर पुरी शारदा रोड थाना ब्रहमपुरी क्षेत्र निवासी ऋषभ कुमार ने थाना देहलीगेट पर आकर एक तहरीर दी थी. तहरीर में बताया था कि सर्राफा बजार स्थित दुकान में चार बदमाश घुस गए थे. इसके बाद मालिक दीपांशु जैन को असलहा दिखाकर दुकान से लगभग 1.5 से 02 किलोग्राम सोना और 6 लाख रुपये लूट ले गए. इसके साथ ही दुकान मालिक दीपांशु जैन का अपहरण कर अपने ले गये हैं. इतना ही नहीं दुकान में लगे कैमरो की डीवीआर भी बदमाशों के द्वारा ले जाने की बात पुलिस को लिखित में दी गई थी. ज़ब पुलिस ने सर्राफा व्यापारी के अपहरण और लूट की घटना के बारे में सुना तो उनके होश उड़ गए. आनन फ़नान में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

अलग-अलग बयान ने खोले राजः एसपी सिटी ने इस मामले में गहनता से पड़ताल कर तत्काल टीम बनाने का निर्देश दिया गया था. सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया कि पुलिस ने ज़ब सर्राफा कारोबारी के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो न ही तो कोई बताए गए समय पर उस दुकान में आता दिखाई दिया और न ही जाता. जिसके बाद पुलिस ने और भी तमाम बिंदुओं पर पड़ताल की. पड़ताल में पुलिस को यह पूरी कहानी झूठी दिखाई दी. इस पर पुलिस ने दुकान मालिक दीपांशु जैन के नौकर ऋषभ से सख्ती से पूछताछ की और भी लोगों से बात की तो सभी की बातों में विरोधाभास था. जिसके बाद पुलिस ने सर्राफा कारोबारी के नौकर ऋषभ, उसके एकाउन्टेन्ट रजत गुप्ता, कृष्ण, गौरव, अज्जू शर्मा, दौलतराम से अलग अलग बात की सभी की बातें भिन्न थीं. सभी के बयान अलग-अलग थे. इस पर पुलिस ने जबब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूल किया कि उनके मालिक ने अपने ऊपर हो रहे कर्जे व देनदारी से बचने के लिए अपने साथ लूट व अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी.

अकाउंटेंट के घर मिला सोना और रुपयेः पुलिस ने सर्राफा कारोबारी दीपांशू जैन को भी पकड़ लिया है, जो सोना लूट होना बताया जा रहा था. वह 1 किलो 963 ग्राम सोना और 6 लाख 50 हजार रुपये दीपांशु जैन के अकाउन्टेन्ट के घर से बरामद कर लिया गया है. पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि सर्राफा व्यापारी पर कुछ लोगों का कर्ज है और उसी कर्ज से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी रची थी, जिसमें अब वह खुद ही फंस गया है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि यह कहानी पूरी तरह से झूठी निकली और सर्राफा कारोबारी समेत इस झूठे लूट और अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी को जेल भेजा जाएगा .

मेरठः जिले में एक सर्राफा कारोबारी ने अपने अपहरण की ऐसी कहानी रची कि पुलिस के होश उड़ गए. लेकिन ज़ब पुलिस ने इस मामले में अपनी पड़ताल शुरू की तो मामला संदिग्ध होता चला गया. देहली गेट थाने पर सर्राफा व्यापारी के प्रतिष्ठान से लगभग दो किलो सोना लूटने और गल्ले में रखे 6 लाख रूपये के कैश को भी लूटने की रिपोर्ट लिखाने को उसके नौकर के द्वारा तहरीर दी गई थी. जिसके बाद पुलिस की टेंशन बढ़ गई थी, लेकिन अब पुलिस ने इस मामले में जो खुलासा किया है वह बेहद ही चौंकाने वाला है.

नौकर ने पुलिस को दी थी तहरीरः दरअसल 21 फरवरी को माता का बाग शिवशंकर पुरी शारदा रोड थाना ब्रहमपुरी क्षेत्र निवासी ऋषभ कुमार ने थाना देहलीगेट पर आकर एक तहरीर दी थी. तहरीर में बताया था कि सर्राफा बजार स्थित दुकान में चार बदमाश घुस गए थे. इसके बाद मालिक दीपांशु जैन को असलहा दिखाकर दुकान से लगभग 1.5 से 02 किलोग्राम सोना और 6 लाख रुपये लूट ले गए. इसके साथ ही दुकान मालिक दीपांशु जैन का अपहरण कर अपने ले गये हैं. इतना ही नहीं दुकान में लगे कैमरो की डीवीआर भी बदमाशों के द्वारा ले जाने की बात पुलिस को लिखित में दी गई थी. ज़ब पुलिस ने सर्राफा व्यापारी के अपहरण और लूट की घटना के बारे में सुना तो उनके होश उड़ गए. आनन फ़नान में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

अलग-अलग बयान ने खोले राजः एसपी सिटी ने इस मामले में गहनता से पड़ताल कर तत्काल टीम बनाने का निर्देश दिया गया था. सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार ने बताया कि पुलिस ने ज़ब सर्राफा कारोबारी के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो न ही तो कोई बताए गए समय पर उस दुकान में आता दिखाई दिया और न ही जाता. जिसके बाद पुलिस ने और भी तमाम बिंदुओं पर पड़ताल की. पड़ताल में पुलिस को यह पूरी कहानी झूठी दिखाई दी. इस पर पुलिस ने दुकान मालिक दीपांशु जैन के नौकर ऋषभ से सख्ती से पूछताछ की और भी लोगों से बात की तो सभी की बातों में विरोधाभास था. जिसके बाद पुलिस ने सर्राफा कारोबारी के नौकर ऋषभ, उसके एकाउन्टेन्ट रजत गुप्ता, कृष्ण, गौरव, अज्जू शर्मा, दौलतराम से अलग अलग बात की सभी की बातें भिन्न थीं. सभी के बयान अलग-अलग थे. इस पर पुलिस ने जबब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूल किया कि उनके मालिक ने अपने ऊपर हो रहे कर्जे व देनदारी से बचने के लिए अपने साथ लूट व अपहरण की झूठी कहानी बनाई थी.

अकाउंटेंट के घर मिला सोना और रुपयेः पुलिस ने सर्राफा कारोबारी दीपांशू जैन को भी पकड़ लिया है, जो सोना लूट होना बताया जा रहा था. वह 1 किलो 963 ग्राम सोना और 6 लाख 50 हजार रुपये दीपांशु जैन के अकाउन्टेन्ट के घर से बरामद कर लिया गया है. पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि सर्राफा व्यापारी पर कुछ लोगों का कर्ज है और उसी कर्ज से बचने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी रची थी, जिसमें अब वह खुद ही फंस गया है. एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि यह कहानी पूरी तरह से झूठी निकली और सर्राफा कारोबारी समेत इस झूठे लूट और अपहरण का मुकदमा दर्ज कराने वालों को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी को जेल भेजा जाएगा .

इसे भी पढ़ें-वेस्ट यूपी में तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, दो करोड़ का मादक पदार्थ बरामद, पांच गिरफ्तार


ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.