ETV Bharat / state

ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव, जानिए किसानों को कितना मिल रहा अनुदान

श्रीगंगानगर के किसान कीटनाशक छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं. इस नई तकनीक से समय ओर श्रम की बचत हो रही है. इस रिपोर्ट में जानिए किसानों को ड्रोन पर कितना अनुदान मिल रहा है.

Spraying pesticides with drones
ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 28, 2024, 11:39 AM IST

ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

श्रीगंगानगर. जिले के किसान अब कृषि कार्यों के लिए तकनीकी के इस्तेमाल की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. वे हाईटेक तकनीक से ड्रोन का उपयोग करके खेतों में कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव कर रहे हैं. इस तकनीक से समय और श्रम की बचत हो रही है. साथ ही, किसानों को खेतों में कीटनाशक छिड़काव के लिए मजदूर नहीं मिलने की समस्या से भी राहत मिल रही है.

कृषि विभाग के सयुंक्त निदेशक जी एस मटोरिया ने बताया कि ड्रोन से किसान कम समय में पूरे खेत में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर सकते हैं. ड्रोन एक दिन में चालीस एकड़ खेत में स्प्रे कर सकता है. यह तकनीक मजदूरों के मुकाबले काफी सस्ती है. इससे कम समय में अधिक क्षेत्र में स्प्रे और पैसा भी कम खर्च हो रहा है. कीटनाशक स्प्रे भी व्यर्थ नहीं जाता है.

इसे भी पढ़ें : शिक्षिका बोली- सरस्वती का शिक्षा में क्या योगदान ? तस्वीर नहीं लगाऊंगी, यहां जानिए पूरा मामला

किसानों को दिया जा रहा ड्रोन पर अनुदान : कृषि विभाग के सयुंक्त निदेशक जी एस मटोरिया ने बताया कि सरकार खेती को हाईटेक बनाने के लिए ड्रोन के उपयोग पर अनुदान दे रही है. ग्राम सेवा सहकारी समिति, क्रय विक्रय सहकारी समिति, फार्मर प्रोडूसर ओर्गनाइजेशन और एग्रीकल्चर ग्रेजुएट बेरोजगारों को चालीस प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आवेदन के बाद ड्रोन आवदेकों को उपलब्ध करवा दिया जाता है.

किसानों को पसंद आ रही तकनीक : पिछले कई समय से खेतो में मजदूरी के लिए मजदूर नहीं मिलने से इलाके के किसान काफी परेशान है. ऐसे में यह तकनीक किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. किसानों का कहना है कि यदि सरकार इस पर अनुदान थोड़ा और बढ़ा दे तो यह तकनीक और अधिक फैलेगी.

ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

श्रीगंगानगर. जिले के किसान अब कृषि कार्यों के लिए तकनीकी के इस्तेमाल की ओर कदम बढ़ा रहे हैं. वे हाईटेक तकनीक से ड्रोन का उपयोग करके खेतों में कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव कर रहे हैं. इस तकनीक से समय और श्रम की बचत हो रही है. साथ ही, किसानों को खेतों में कीटनाशक छिड़काव के लिए मजदूर नहीं मिलने की समस्या से भी राहत मिल रही है.

कृषि विभाग के सयुंक्त निदेशक जी एस मटोरिया ने बताया कि ड्रोन से किसान कम समय में पूरे खेत में कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर सकते हैं. ड्रोन एक दिन में चालीस एकड़ खेत में स्प्रे कर सकता है. यह तकनीक मजदूरों के मुकाबले काफी सस्ती है. इससे कम समय में अधिक क्षेत्र में स्प्रे और पैसा भी कम खर्च हो रहा है. कीटनाशक स्प्रे भी व्यर्थ नहीं जाता है.

इसे भी पढ़ें : शिक्षिका बोली- सरस्वती का शिक्षा में क्या योगदान ? तस्वीर नहीं लगाऊंगी, यहां जानिए पूरा मामला

किसानों को दिया जा रहा ड्रोन पर अनुदान : कृषि विभाग के सयुंक्त निदेशक जी एस मटोरिया ने बताया कि सरकार खेती को हाईटेक बनाने के लिए ड्रोन के उपयोग पर अनुदान दे रही है. ग्राम सेवा सहकारी समिति, क्रय विक्रय सहकारी समिति, फार्मर प्रोडूसर ओर्गनाइजेशन और एग्रीकल्चर ग्रेजुएट बेरोजगारों को चालीस प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आवेदन के बाद ड्रोन आवदेकों को उपलब्ध करवा दिया जाता है.

किसानों को पसंद आ रही तकनीक : पिछले कई समय से खेतो में मजदूरी के लिए मजदूर नहीं मिलने से इलाके के किसान काफी परेशान है. ऐसे में यह तकनीक किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. किसानों का कहना है कि यदि सरकार इस पर अनुदान थोड़ा और बढ़ा दे तो यह तकनीक और अधिक फैलेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.