जयपुर: दीपावली पर राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में बने टर्फ फुटबॉल ग्राउंड पर आग लग गई थी. इस आग के कारण ग्राउंड पर लगी सिंथेटिक घास जलकर राख हो गई थी. इस मामले में स्पोर्ट्स काउंसिल ने पूरी जिम्मेदारी राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब पर डाल दी, जबकि यह मैदान स्पोर्ट्स काउंसिल की ओर से तैयार करवाया गया था. अब राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब और राजस्थान फुटबॉल एसोसिएशन इस मैदान की मेंटेनेंस कर रही है. इस मामले को लेकर स्पोर्ट्स काउंसिल के चेयरमैन नीरज के पवन का कहना था कि चूंकि यह मैदान क्लब को सौंप दिया था, ऐसे में मेंटेनेंस से जुड़े सभी तरह की जिम्मेदारी क्लब की है.
बता दें कि दिवाली के समय आतिशबाजी के कारण एक गोल पोस्ट की तरफ सिंथेटिक आग लग गई थी, जिससे वहां की घास जलकर राख हो गई थी. खास बात यह है कि इस फुटबॉल ग्राउंड को फीफा से मंजूरी मिली है. यह भारत का दूसरा, जबकि राजस्थान का पहला टर्फ फुटबॉल ग्राउंड है. राजस्थान के अलावा हैदराबाद में इस तरह का पहला टर्फ फुटबॉल ग्राउंड बनाया गया है.
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13 करोड़ की लागत से हुआ था तैयार: जयपुर के विद्यालय नगर स्टेडियम में स्थित यह फुटबॉल ग्राउंड अंतरराष्ट्रीय स्तर का है. इसके निर्माण में 13 करोड़ की लागत से इसे तैयार किया गया है. खास बात यह है कि इस मैदान पर लगाई गई घास हालांकि आर्टिफिशियल है, लेकिन फीफा मानकों से एप्रूव्ड है. इस आर्टिफिशल हाउस की कीमत तकरीबन चार करोड़ रुपए से अधिक है. फुटबॉल ग्राउंड के अलावा इसके चारों तरफ सिंथेटिक ट्रैक भी बिछाया गया है. फिलहाल यह फुटबॉल ग्राउंड यूनाइटेड फुटबॉल क्लब का होम ग्राउंड है, यहां खिलाड़ी अभ्यास करते हैं. लगभग 3 हजार दर्शक क्षमता वाले इस फुटबॉल ग्राउंड में बेल्जियम से घास मंगवाकर लगाई गई है. फीफा ने इस ग्राउंड को इंटरनेशनल सर्टिफिकेट जारी किया है, जो 12 जुलाई वर्ष 2027 तक मान्य होगा. इस ग्राउंड पर लगभग 3000 दर्शक मैच का आनंद ले सकते हैं और लगभग 20 हजार दर्शकों के खड़े रहने की व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार द्वारा इस फुटबॉल ग्राउंड को तैयार किया गया है.