मसूरी: मिशन 800 करोड़ के माध्यम से हैप्पीनेस की गारंटी को लेकर फरवरी 2024 से देशभर की यात्रा कर रहे आध्यात्मिक गुरु मास्टर जी आज पहाड़ों की रानी पहुंचे. इसी बीच उन्होंने कहा कि 'मसूरी भोग की नगरी नहीं योग' की नगरी है.
मसूरी में मास्टर जी के जीवन में आया था बदलाव: बता दें कि मास्टर जी को पहले राकेश के नाम से जाना जाता था. उनके जीवन में परिवर्तन मसूरी में ही आया था. उन्होंने 17 साल पहले झूलाघार चौक पर परमेश्वर द्वारा ज्ञान की अनुभुति हुई. इसके बाद वो लोगों के बीच जाकर आध्यात्मिक प्रवचन करने लगे. वो निःशुल्क और निस्वार्थ भाव से लोगों के साथ ज्ञान को साझा कर रहे हैं. मास्टर जी ने अगले 6 वर्षों में अपने मिशन 800 करोड़ के माध्यम से हैप्पीनेस की गारंटी टैगलाइन के साथ अपनी वाणी को पृथ्वी के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का संकल्प लिया है.
मनुष्य जीवन एक अभिनय: आध्यात्मिक गुरु मास्टर जी ने बताया कि मनुष्य जीवन एक अभिनय है, जिसे जो रोल मिला है वह उसे कर रहा है, लेकिन अगर इंसान आध्यात्म की ओर जाएंगा तो सभी रोगों से मुक्ति मिलेगी व जीवन में खुशियां आएंगी. उन्होंने कहा कि वो युवाओं के साथ मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, नींद संबंधी विकार, आत्मघाती विचार और मादक द्रव्यों के सेवन पर चर्चा कर उन्हें अन्नत के दर्शन करा रहे हैं.
हैदराबाद पहला वैश्विक कार्यक्रम: मास्टर जी ने बताया कि हैदराबाद में संस्कृति मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा आयोजित कार्यक्रम पहला वैश्विक कार्यक्रम था, जिसमें 100 से अधिक देशों के 300 से अधिक आध्यात्मिक संगठनों ने भाग लिया था और इसमें दस लाख से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए थे. इस कार्यक्रम का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति ने किया था. इसी बीच उन्हें भी अपने अनुभवात्मक विचार रखने का अवसर मिला था.
ये भी पढ़ें-