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सहरसा में पिता के दाह संस्कार से पहले बेटे की मौत, अर्थी को कंधा देने के बाद आया हार्ट अटैक - Father Son Died In Saharsa

Father Son Died In Saharsa: सहरसा में पिता के दाह संस्कार से पहले बेटे की मौत हो गई. बेटा दिल्ली से अपने पिता की अर्थी को कंधा देने आया था. लेकिन मुखाग्नि देने के दौरान हार्ट अटैक आने से उनकी मौत हो गई. घर के दो सदस्यों के इस तरह से चले जाने से पूरा परिवार टूट गया हैं.

Father Son Died In Saharsa
सहरसा में पिता के दाह संस्कार से पहले बेटी की मौत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 20, 2024, 7:46 PM IST

सहरसा: बिहार के सहरसा जिले से एक बेहन मार्मिक खबर सामने आ रही है. जहां पिता की अर्थी को कंधा देने के तुरंत एक बेटे की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है. घटना से गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के पुरानी बाजार का है.

दिल्ली में सेक्शन ऑफिसर था बेटा: मिली जानकारी के अनुसार, बेटा श्रम मंत्रालय दिल्ली में सेक्शन ऑफिसर के पद पर कार्यरत था. इस बीच सेवानिवृत्त पंचायत सेवक पिता की मौत की खबर मिलते ही वह दिल्ली से गांव पहुंचे थे. पिता की अर्थी को कंधा देने के लिए बेटा दिल्ली से फ्लाइट से अपने गांव पहुंचा था. ऐसे में अर्थी को कंधा देने के चंद मिनटों बाद ही अचानक आए हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.

दिल्ली से फ्लाइट से आया: बताया जा रहा कि पुरानी बाजार निवासी सेवानिवृत्त पंचायत सेवक ब्रह्मदेव प्रसाद साह (75 वर्ष) की मौत शनिवार अहले सुबह हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने पिता की मृत्यु की खबर दिल्ली में रह रहे बड़े पुत्र सुशील कुमार को फोन कर दी. पिता की मृत्यु की खबर मिलते ही सुशील कुमार दिल्ली से फ्लाइट पकड़ पटना पहुंचे. जहां सड़क मार्ग के जरिए वह अपने गांव पहुंचे.

मुखाग्नि देने के दौरान आया अटैक: इसके बाद दोपहर तीन बजे दिन के करीब पिता ब्रह्मदेव साह की शव यात्रा निकाली गई. जहां ग्रामीण सहित सुशील कुमार पिता की अर्थी को कंधा देते हुए टोला से कुछ दूरी पर स्थित श्मशान घाट पहुंचा. जिसके बाद वहां मुखाग्नि देने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि अचानक सुशील कुमार मुर्छित होकर गिर पड़े. सुशील कुमार के मंझले भाई खगड़िया सदर अस्पताल में कार्यरत सुनील कुमार को अभास हो गया कि सुशील को हार्ट अटैक आया है.

छोटे बेटे ने दी मुखाग्नि: उन्होंने तत्काल सीपीआर देने सहित अन्य प्रकार के प्राथमिक उपचार करते हुए स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया. लेकिन अस्पताल में तत्कालीन उपचार उपरांत बेहतर इलाज के लिए उन्हें सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा स्थित निजी अस्पताल में ले जाने के बाद वहां मौजूद डाक्टरों ने सुशील कुमार को मृत घोषित कर दिया. वहीं, श्मशान घाट पहुंच चुके पिता ब्रह्मदेव साह के शव को छोटे पुत्र संतोष कुमार के द्वारा मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया गया.

पत्नी और बच्चों को पीछे छोड़ गया: जबकि सहरसा से ही रविवार अहले सुबह पुत्र सुशील कुमार के शव को परिजनों ने पटना गंगा घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया. वहीं, एक ही घर में पिता पुत्र की मौत की खबर शहर में चर्चा का विषय बन गया है. हर कोई इस हृदय विदारक घटना से मार्माहत है. मृतक सेक्सन आफिसर सुशील कुमार अपने पीछे पत्नी समेत एक पुत्र और पुत्री को छोड़ गया.

इसे भी पढ़े- मुजफ्फरपुर में पिता-पुत्र की एक साथ उठी अर्थी, चाचा नहीं मिले तो अपराधियों ने दोनों को उतारा मौत के घाट

सहरसा: बिहार के सहरसा जिले से एक बेहन मार्मिक खबर सामने आ रही है. जहां पिता की अर्थी को कंधा देने के तुरंत एक बेटे की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इस घटना ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है. घटना से गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी है. मामला सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के पुरानी बाजार का है.

दिल्ली में सेक्शन ऑफिसर था बेटा: मिली जानकारी के अनुसार, बेटा श्रम मंत्रालय दिल्ली में सेक्शन ऑफिसर के पद पर कार्यरत था. इस बीच सेवानिवृत्त पंचायत सेवक पिता की मौत की खबर मिलते ही वह दिल्ली से गांव पहुंचे थे. पिता की अर्थी को कंधा देने के लिए बेटा दिल्ली से फ्लाइट से अपने गांव पहुंचा था. ऐसे में अर्थी को कंधा देने के चंद मिनटों बाद ही अचानक आए हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.

दिल्ली से फ्लाइट से आया: बताया जा रहा कि पुरानी बाजार निवासी सेवानिवृत्त पंचायत सेवक ब्रह्मदेव प्रसाद साह (75 वर्ष) की मौत शनिवार अहले सुबह हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने पिता की मृत्यु की खबर दिल्ली में रह रहे बड़े पुत्र सुशील कुमार को फोन कर दी. पिता की मृत्यु की खबर मिलते ही सुशील कुमार दिल्ली से फ्लाइट पकड़ पटना पहुंचे. जहां सड़क मार्ग के जरिए वह अपने गांव पहुंचे.

मुखाग्नि देने के दौरान आया अटैक: इसके बाद दोपहर तीन बजे दिन के करीब पिता ब्रह्मदेव साह की शव यात्रा निकाली गई. जहां ग्रामीण सहित सुशील कुमार पिता की अर्थी को कंधा देते हुए टोला से कुछ दूरी पर स्थित श्मशान घाट पहुंचा. जिसके बाद वहां मुखाग्नि देने की प्रक्रिया चल ही रही थी कि अचानक सुशील कुमार मुर्छित होकर गिर पड़े. सुशील कुमार के मंझले भाई खगड़िया सदर अस्पताल में कार्यरत सुनील कुमार को अभास हो गया कि सुशील को हार्ट अटैक आया है.

छोटे बेटे ने दी मुखाग्नि: उन्होंने तत्काल सीपीआर देने सहित अन्य प्रकार के प्राथमिक उपचार करते हुए स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल सिमरी बख्तियारपुर लाया. लेकिन अस्पताल में तत्कालीन उपचार उपरांत बेहतर इलाज के लिए उन्हें सहरसा रेफर कर दिया गया. सहरसा स्थित निजी अस्पताल में ले जाने के बाद वहां मौजूद डाक्टरों ने सुशील कुमार को मृत घोषित कर दिया. वहीं, श्मशान घाट पहुंच चुके पिता ब्रह्मदेव साह के शव को छोटे पुत्र संतोष कुमार के द्वारा मुखाग्नि देकर पंचतत्व में विलीन किया गया.

पत्नी और बच्चों को पीछे छोड़ गया: जबकि सहरसा से ही रविवार अहले सुबह पुत्र सुशील कुमार के शव को परिजनों ने पटना गंगा घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया. वहीं, एक ही घर में पिता पुत्र की मौत की खबर शहर में चर्चा का विषय बन गया है. हर कोई इस हृदय विदारक घटना से मार्माहत है. मृतक सेक्सन आफिसर सुशील कुमार अपने पीछे पत्नी समेत एक पुत्र और पुत्री को छोड़ गया.

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