गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में रसेल वाइपर ने 10 वर्षीय बच्चे को डंस लिया. जिले के नगर थाना क्षेत्र के चैनपट्टी गांव की ये घटना है. जहां सड़क पर चलने के दौरान बच्चे का पैर सांप के ऊपर पड़ गया, जिसके बाद सांप ने बच्चे को डंस लिया. अचेतावस्था में उसे तत्काल इलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल में सर्प सहित परिजन लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टर की निगरानी में बच्चे का इलाज चल रहा है. बच्चे की पहचान नगर थाना क्षेत्र के चैंनपट्टी गांव निवासी मुन्ना सहनी के बेटे रितेश कुमार के रूप में हुई है.
सांप ने बच्चे को डंसा: बताया जाता है कि सर्प दंश से शिकार बच्चा मामा के घर जादोपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव आया था. इसी बीच वह घर से बाहर निकल कर सड़क पर गया ही था कि तभी एक जहरीले सर्प रसेल वाइपर के ऊपर उसका पैर पड़ गया, जिससे बच्चे को सर्प ने डंस लिया. मौके पर मौजूद लोगों को उसने बताया, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सर्प को पकड़ कर एक डिब्बे में बंद कर दिया. बच्चे को सर्प सहित लेकर सदर अस्पताल पहुंचा, जहां डॉक्टर को दिखाया गया.
"मेरे बच्चे को सांप ने काट लिया है. उसको लेकर अस्पताल आए हैं. डॉक्टर बोले हैं कि धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा. इंजेक्शन दे दिए हैं. कोई विष वाला सांप है."- मालती देवी, बच्चे की नानी
'रसेल वाइपर ने ही काटा': वहीं डॉक्टर ने सर्प को देखकर उसकी इलाज शुरू कर दिया और आवश्यक इंजेक्शन दिया गया, फिलहाल बच्चे की स्थिति गंभीर है. वहीं सांप के साथ सदर अस्पताल पहुंचे परिजनो के बाद सर्प देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं सूचना के बाद स्नैक सेवर भी मौके पर पहुंच गया है. इस दौरान स्नैक सेवर ने बताया कि बच्चे को रसेल वाइपर सांप ने डंसा है. यह सांप काफी जहरीला होता है और यह अंडा नहीं बच्चा देता है. यह दुर्लभ प्रजाति के सांप है, जो एशिया का प्रजाति है और उसको सिंगटम आ गया है.
"रसेल वाइपर सांप एक अत्यंत जहरीला सांप है, जो भारतीय उपमहाद्वीप में दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के कई स्थानों पर पाया जाता है. यह अंडा नहीं, बल्कि बच्चा पैदा करता है. इसके अलावे इस सांप के काटने के बाद शौच और मूत्र त्याग करते भी खून निकलता है."- डॉ. जमशेद, स्नैक सेवर
कहां मिलते हैं रसेल वाइपर सांप?: रसेल वाइपर भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान जैसे देश और थाईलैंड और म्यांमार सहित दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्से शामिल हैं. यह सांप अनुकूलनीय है और घास के मैदानों, जंगलों और कृषि क्षेत्रों सहित विभिन्न वातावरणों में रह सकता है, जिससे यह अपनी भौगोलिक सीमा के मामले में काफी बहुमुखी है. हालांकि, यह अत्यधिक शुष्क क्षेत्रों या घने जंगली इलाकों से बचता है. रसेल वाइपर औसतन, वयस्क नमूनों की लंबाई आमतौर पर 90 से 150 सेमी (3 से 5 फीट) तक होती है. हालांकि, कुछ व्यक्ति बड़े हो सकते हैं, कभी-कभी 180 सेमी (6 फीट) या उससे अधिक की लंबाई तक पहुंच सकते हैं.
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