लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर सोमवार को काफी संख्या में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से मृतक आश्रित कोटे से नौकरी की मांग को लेकर युवक-युवतियां पहुंचे. उन्होंने नौकरी दो या फिर जहर दो का नारा बुलंद किया. हाथ में स्लोगन-पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे यहां से तब तक नहीं हटेंगे जब तक परिवहन निगम की तरफ से नियुक्ति का आश्वासन नहीं मिल जाता. बता दें कि पिछले काफी समय से मृतक आश्रित नौकरी की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाई जा रही है.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मुख्यालय पर नौकरी की मांग को लेकर पहुंचे एक युवक के पिता का रोडवेज में नौकरी के दौरान ही देहांत हो चुका है. घर चलाने की जिम्मेदारी उसी के पास है. इसी तरह एक युवती के घर में कमाने वाला कोई नहीं है. पूरी जिम्मेदारी उसी के कंधों पर है.
उनका कहना है कि उनके पिता ने परिवहन निगम को पिता ने अपना जीवन दिया. मौत के बाद अब उन्हीं के परिवारों को नौकरी नहीं दी जा रही है. नौकरी की उम्मीद लेकर सोमवार को प्रदेश के विभिन्न जनपदों से बड़ी संख्या में धरना देने मृतक आश्रित पहुंचे.
आवाज बुलंद की कि जब तक नौकरी नहीं मिल जाती तब तक अब अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेंगे. परिवहन निगम के अधिकारियों ने उन्हें समझाने की भी कोशिश की, लेकिन उन्होंने हर बार झूठा आश्वासन देने की बात कह कर इस बार न हटने का फैसला लिया.
परिवहन निगम मुख्यालय पर नौकरी मिलने की आस में आए मृतक आश्रित पवन कुमार तिवारी का कहना है कि उनके पिता का जून 2017 में अकबरपुर डिपो में नौकरी के दौरान ही निधन हो गया था. तब से लेकर अब तक लगातार नौकरी की मांग कर रहे हैं.
बार-बार झूठा आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन नौकरी नहीं मिल रही है. इस बार हम लोग यहां से हटने वाले नहीं हैं जब तक नौकरी का आदेश नहीं हो जाता. हम भीख नहीं मांग रहे हैं, हम अपना हक मांग रहे हैं.
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