आजमगढ़: यूपी के आजमगढ़ में एक शख्स ने पुलिस और लोकल इंटेलीजेंस को चुनौती देते हुए जिले के तीन थाना क्षेत्रों से तीन पासपोर्ट और गोरखपुर जिले से एक पासपोर्ट बनवा लिया. सोशल मीडिया के जरिए मामले का खुलासा होने पर पुलिस और एलआईयू टीम पर सवाल उठने लगे तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को आरोपी को लाटघाट बाजार से गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, लाटघाट चौकी प्रभारी जाफर खान को सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर कोड़रा गांव निवासी प्रभुनाथ यादव की ओर से चार पासपोर्ट अलग-अलग पता पर बनवाया गया है. जिसको लेकर चौकी प्रभारी लाटघाट उप निरीक्षक जाफर खान ने मुकदमा दर्ज कराया.
एक पासपोर्ट लखनऊ से 13 जून 1996 को जन्म तिथि एक सितंबर 1976 में मोहम्मदपुर कोड़रा पोस्ट डिघवनिया काजी थाना जीयनपुर के पते पर जारी हुई. दूसरा पासपोर्ट 10 जून 2002 को जन्म तिथि एक सितंबर 1976 ग्राम चक्की हाजीपुर थाना रौनापार आजमगढ़ के पते पर जारी हुआ. तीसरा पासपोर्ट 2 जुलाई 2009 जन्म तिथि दो अप्रैल 1975 (बदला नाम दीनानाथ यादव) मझवलिया थाना बडहलगंज जिला गोरखपुर के पते पर जारी किया गया. वहीं चौथा पासपोर्ट 14 जून 2016 को जन्म तिथि एक जनवरी 1964 पता ग्राम चुटही थाना मुबारकपुर जनपद आजमगढ़ के पते पर जारी किया गया है.
फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच की जिसके बाद जांच रिपोर्ट को क्षेत्राधिकारी सगड़ी को भेजी गयी. एसपी ग्रामीण चिराग जैन के निर्देश पर मामले में जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मोहम्मदपुर कोड़रा गांव निवासी प्रभुनाथ यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. जिसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी प्रभुनाथ को लाटघाट बाजार के पास से गिरफ्तार कर लिया. साथ ही फर्जी पासपोर्ट को बरामद किया गया.
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