मुजफ्फरपुर: बिहार की मुजफ्फरपुर आभूषण मंडी के व्यवसायियों के तार पहले भी सोना और चांदी जब्ती के मामले में जुड़ते रहे हैं. स्विट्जलैंड से म्यांमार के रास्ते पश्चिम बंगाल और गुवाहाटी होकर सोना की तस्करी का नेटवर्क देखने को मिला है. तस्करी के सोने से यहां गहने बनाकर बचे भी गए हैं. डीआरआई पटना की टीम ने हाथीदह में तीन किलो 262 ग्राम सोना के बिस्कुट को जब्त किया था.
कैरियर एजेंट ने खोला था राज: सोना तस्करी मामले में कार के साथ दो कैरियर एजेंट को गिरफ्तार किया गया था. दोनों कैरियर एजेंट ने पूछताछ में जब्त सोने को मुजफ्फरपुर आभूषण मंडी पहुंचाने की बात स्वीकार की थी. इसके बाद से ही मुजफ्फरपुर मंडी के व्यवसायियों के संबंध में डीआरआई की टीम स्रोत खंगाल रही है. सात साल पहले भी मुजफ्फरपुर आभूषण मंडी में लाए जा रहे सोना के बिस्कुट की खेप को सुगौली रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया था.
मुजफ्फरपुर से जुड़े तार: बता दें कि रक्सौल से मुजफ्फरपुर तक कई व्यवसायियों की संलिप्तता इसमें सामने आई थी. यही नहीं कोलकाता में मुजफ्फरपुर के आभूषण व्यवसायी अवैध चांदी और सोना के साथ गिरफ्तार हो चुके हैं. अब फिर से पटना में सोना जब्ती के बाद मुजफ्फरपुर आभूषण मंडी सुर्खियों में है.
शहर से सटे छोटे बाजारों में भी फैला जाल: सोना तस्करी का जाल मुजफ्फरपुर शहर के अलावा आसपास के छोटे मार्केट तक फैला है. विदेश से मंगाए गए सोने को उसी दिन आभूषण बनाकर दुकानों में सजा दिए जा रहे हैं. इसमें नकली होल मार्क तक लगा दिए जा रहे हैं. जिस वजह से आसानी से पहचानना मुश्किल होता है. छोटे मार्केट में इस तरह के गहनों की बिक्री आसानी से हो जा रही है.