बलरामपुर: जिले के गैडास बुजर्ग थाने के सामने दलित युवक के आत्महत्या करने के मामले में जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है. जांच दल का गठन हाईकोर्ट के निर्देश के बाद दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे और अपर आयुक्त देवी पाटन की दो सदस्यीय टीम मामले की जांच कर हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपेगी.
पिलर लगाकर किया गया था कब्जा : बता दें कि 24 अक्टूबर को गैडास बुजुर्ग थाना भवन के सामने एक निजी भूमि पर रातों रात पिलर लगाकर कब्जा कर लिया गया था. जानकारी होते ही राम बुझारत ने थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई न करके उसे थाने पर बैठा लिया. इससे आहत होकर दलित युवक राम बुझारत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लाइव आकर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह कर लिया था.
युवक को गंभीर हालत में लखनऊ मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया. वहां उसकी मौत हो गई. मामले की विवेचना शुरू की गई, तो राम बुझारत की पत्नी ने पुलिस की जांच में पक्षपात करने का आरोप लगाया. इस पर विवेचना बहराइच टांसफर कर दी गई. राम बुझारत की पत्नी कुसमा देवी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट की शरण ली.
टीम गठित कर जांच के निर्देश : 30 मई को हाईकोर्ट लखनऊ के दो जजों की खंडपीठ ने बलरामपुर और बहराइच पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह उत्तर प्रदेश शासन को 12 जून 24 तक न्यूनतम आईजी स्तर के अधिकारियों की टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए. हाईकोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए शासन ने अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे और अपर आयुक्त देवी पाटन मंडल को जांच सौंपी है. वहीं, एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि एसआईटी की टीम किसी भी वक्त जिले में जांच के लिए पहुंच सकती है.
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