धनबादः पीएम मोदी एक मार्च को सिंदरी हर्ल कारखाना का उद्घाटन करेंगे. इस संबंध में हर्ल के निदेशक शिव प्रसाद मोहंती ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बातचीत के दौरान उन्होंने कारखाना के बारे विस्तृत जानकारी दी.
वर्ष 2018 में पीएम मोदी ने किया था हर्ल कारखाना का शिलान्यास
निदेशक शिव प्रसाद मोहंती ने बताया कि वर्ष 2018 में पीएम मोदी ने हर्ल कारखाना का शिलान्यास किया था. 2022 तक कारखाना का निर्माण पूरा करना था, लेकिन बीच में कोरोना महामारी के कारण निर्माण पूरा करने में समय लग गया. उन्होंने आगे बताया कि वर्ष 2023 के अप्रैल माह से उर्वरक का उत्पादन शुरू हो चुका है.
नौ हजार करोड़ की लागत से हर्ल कारखाना का हुआ है निर्माण
हर्ल के निदेशक ने बताया कि करीब नौ हजार करोड़ की लागत से इस फैक्ट्री का निर्माण किया गया है. फिलहाल यहां एक हजार कर्मचारी फैक्ट्री के अंदर काम कर रहें हैं और कुछ कर्मी कॉन्ट्रैक्ट पर भी काम कर रहे हैं. स्थानीय लोगों को मिला दें तो कुल 20 से 22 हजार लोगों को इस फैक्ट्री से रोजगार मिला है.
वर्तमान में 10 लाख टन हो रहा उर्वरक का उत्पादन
उन्होंने बताया कि रसायन उर्वरक उत्पादन की कुल क्षमता 12 लाख 70 हजार टन है. वर्तमान में 10 लाख टन उर्वरक का उत्पादन हो रहा है. मार्च के अंतिम तक यह उप्तादन बढ़कर साढ़े 11 लाख टन पहुंच जाएगा. उन्होंने कहा कि आगे उत्पादन में और भी वृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि अगले साल तक साढ़े 13 लाख टन उर्वरक का उत्पादन हो सकेगा.
देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा हर्ल कारखानाः निदेशक
हर्ल के निदेशक ने कहा कि यूरिया के लिए एक साल पहले तक किसानों को लाइन में खड़ा होना पड़ता था. यूरिया उन्हें मिलेगी या नहीं इस बात के लिए किसानों को आशंका बनीं रहती थी, लेकिन इसके बाद किसानों को इस बात की चिंता बिल्कुल खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि हर्ल ना सिर्फ किसान, बल्कि देश के विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा.
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