जयपुर : सिल्वर शो-2024 के आखिरी दिन सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आभूषणों और चांदी के अनूठे उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी लगी है. इस शो में एंटीक ज्वेलरी और हैंडमेड चांदी के आभूषणों का खास आकर्षण देखने को मिल रहा है, इन्हें खरीदने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से ज्वेलर्स जयपुर आए हैं. यहां महाभारत से प्रेरित सोने चांदी से बना कपीध्वज रथ आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. रथ बनाने वाले पंकज तांबी और विपिन तांबी ने बताया कि ये रथ भारतीय परंपरा और इतिहास को आधुनिक कलात्मकता के साथ प्रस्तुत करता है. इस रथ को 40 कारीगरों ने मिलकर 6 साल में तैयार किया.
कपीध्वज रथ की खासियत
- 8333 रत्ती जवाहरात लगे हैं। जिसमें हीरा, माणिक, पन्ना और असली मोती शामिल हैं.
- रथ को 15 किलोग्राम चांदी (92% शुद्धता) और 400 ग्राम सोने से सजाया गया है.
- इसमें मीना और चिताई के काम के साथ एंटीक लुक देने के लिए ऑक्सीडाइज तकनीक का उपयोग किया गया है.
चांदी से बनी ड्रेस, जूते, चप्पल : ज्वेलर नमन अग्रवाल ने बताया कि यहां 40 वर्षों से चांदी के अनूठे डिजाइनों पर काम करने के अनुभवी कारीगरों की ओर से तैयार अयोध्या का राम मंदिर, मगरमच्छ, मोर, गाय और कछुए जैसे डिजाइनों में बनी ज्वेलरी को भी सराहा जा रहा है. यहां चांदी से बना हाथ का पंखा, पर्स आदि भी शोकेस किए गए हैं. शादी के लिए विशेष डिजाइनों की ज्वेलरी तैयार की है. इसके साथ ही ज्वेलर विकास आनंद ने बताया कि लड़कियों की ड्रेस और जूते चप्पल भी चांदी से तैयार किए गए हैं, जो चर्चा का विषय बने हुए हैं. ड्रेस में करीब 31 ग्राम चांदी इस्तेमाल की गई है, जिसकी कीमत 5 लाख बताई जा रही है.
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रतनगढ़ की पायल : यहां रतनगढ़ की स्पेशल पायल शोकेस की गई है, जिसकी कीमत 1 से 1.5 लाख रुपए है. इस पायल को एंटीक लुक दिया गया है. इसके अलावा 5 किलोग्राम चांदी से बनी डाइनिंग टेबल और 1500 ग्राम चांदी से तैयार सोफा भी प्रदर्शित किया गया है. बता दें कि इस तीन दिवसीय सिल्वर शो में 75 से ज्यादा एग्जीबिटर्स ने हिस्सा लिया है. ये मंच उद्योग, कला और परंपरा का अद्वितीय संगम पेश कर रहा है, जो चांदी के आभूषण उद्योग को नई दिशा देगा. साथ ही व्यापारिक नेटवर्किंग और नए ट्रेंड्स को समझने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा.