सीधी: पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा पर जिला पंचायत सीईओ अंशुमन राज ने रिश्वत देने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. साथ ही मिठाई की आड़ में रुपए लेकर पहुंचे अखिलेश कुशवाहा को सीईओ ने पुलिस के हवाले कर दिया है. अब इस मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. वहीं अखिलेश ने कहा कि वह सिर्फ मिलने के उद्देश्य से सीईओ के पास गए थे.
अपर कलेक्टर के केबिन का घटनाक्रम
दरअसल, यह पूरा मामला 4 नवंबर का है, जहां पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा अपने एक साथी के साथ अपर कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ अंशुमन राज से मिलने पहुंचे थे. आरोप है कि इस दौरान अखिलेश अपने साथ मिठाई का डिब्बा और नोटों से भरा एक लिफाफा लिए हुए थे. गौरतलब है कि सीधी में जिला पंचायत सीईओ के रूप मे अंशुमन राज की पोस्टिंग हुई है, जहां उन्हें अपर कलेक्टर का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
अपर कलेक्टर ने कोतवाली पुलिस को दी जानकारी
अंशुमन राज के मुताबिक, '' मेरे कर्मचारी ने मुझे एक स्लिप देकर बताया कि कोई आपसे मिलना चाहते हैं. मिठाई के साथ एक लिफाफा भी लिए हैं.'' अंशुमन ने मिठाई का डिब्बा खोलकर देखा तो नीचे की तरफ एक लिफाफे रखा हुआ था. रिश्वत का एहसास होते ही आईएएस अधिकारी ने अखिलेश कुशवाहा के सामने खुद फोन करके कोतवाली थाना प्रभारी को इस मामले की जानकारी दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों लोगों को कोतवाली थाने ले गई.
अपनी कड़क छवि के लिए मशहूर हैं IAS अंशुमन राज
अपनी साफ सुथरी छवि के लिए मशहूर अंशुमन राज की पोस्टिंग सीधी जिले में जिला पंचायत सीईओ के तौर पर हुई है. बीते दिनों अंशुमन ने कई रोजगार सहायक और सचिव के खिलाफ कार्रवाई भी की है. वहीं यह घटना अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. इस मामले पर कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक उपाध्याय ने बताया, '' कल सोमवार का यह मामला है, जहां जिला पंचायत सीईओ अंशुमन राज ने हमें जानकारी दी थी. इसके बाद दोनों व्यक्तियों को थाने में लाकर पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी दोनों संदिग्ध व्यक्ति इस बात से इनकार कर रहे हैं. मौके पर मौजूद लोगों के साक्ष्य और जिला पंचायत सीईओ के साक्ष्य के आधार पर हम कार्रवाई करेंगे.''
ये भी पढ़ें: खंडवा में लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई, CGST के अधीक्षक 20 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप रीवा में महिला पटवारी को लगा रिश्वत का चस्का? लोकायुक्त ने एक नहीं कई बार पकड़ा |
पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने दी सफाई
इस मामले को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य अखिलेश कुशवाहा ने कहा, ''हम पहली बार जिला पंचायत सीईओ के पास गए थे. इसलिए अपने साथ मिठाई का डिब्बा लेकर गए थे और जो पैसे मेरे पास थे वह पैसे मैंने अपने निजी कार्य के लिए रखे हुए थे. मैं उन्हें देने नहीं वाला था. जिला पंचायत सीईओ को गलतफहमी हुई है कि हम उन्हें रिश्वत देने के लिए गए हुए थे. ऐसा हमारा कोई उद्देश्य नहीं था.''