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SI भर्ती 2021 : SOG की बड़ी कार्रवाई, डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने वाला सरकारी शिक्षक गिरफ्तार - Dummy Candidate Arrested

राजस्थान लोकसेवा आयोग की उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 में पेपर लीक गिरोह के बाद अब डमी अभ्यर्थी बिठाने के खेल का एसओजी ने पर्दाफाश किया है. अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा देने वाले सरकारी शिक्षक रोशनलाल को एसओजी ने गिरफ्तार किया है. उससे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं.

SOG ARREST GOVERNMENT TEACHER
SOG की बड़ी कार्रवाई
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 3, 2024, 2:18 PM IST

जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 में पेपर लीक गिरोह का एसओजी की ओर से खुलासा किया जा चुका है. इसी कड़ी में अब इसी परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाने के खेल से एसओजी ने पर्दा उठाया है. टीम ने डमी अभ्यर्थी बैठाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक सरकारी शिक्षक को गिरफ्तार किया है. उसने एसआई भर्ती-2021 में दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी थी. इनमें से एक का चयन हो गया था, जबकि दूसरा शारीरिक दक्षता में सफल नहीं हो पाया. गिरफ्तार सरकारी शिक्षक के गिरोह में शामिल अन्य बदमाश अभी फरार हैं. एसओजी की टीम उनकी तलाश में जुटी है.

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने की जानकारी ट्रेनी एसआई से पूछताछ में सामने आई थी. इसमें दौसा जिले के सरकारी स्कूल में शिक्षक रोशन लाल मीणा को गिरफ्तार किया गया है. उसके अन्य साथी फिलहाल फरार हैं.

मनीष भरता था फॉर्म, रोशन देता था परीक्षा : एसओजी की पूछताछ में सामने आया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाने वाले इस गिरोह में रोशनलाल के अलावा मनीष, दिनेश, महेश और दीपक भी शामिल हैं. मनीष अभ्यर्थियों के ऑनलाइन आवेदन भरता है. वह ही अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट के रूप में रोशनलाल को बैठाने का सौदा तय करता है. एक अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी बैठाने के बदले पांच लाख रुपए लेता है.

चार साल रेलवे में हेल्पर, 2017 से सरकारी शिक्षक : प्रारंभिक तौर पर पड़ताल में सामने आया है कि दौसा जिले का निवासी रोशनलाल 2013 से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है. वह पहले चार साल रेलवे में हेल्पर रहा. फिर 2017 में उसका चयन शिक्षक ग्रेड-3 के रूप में हो गया. उसने नेट-स्लेट भी क्लियर कर रखी है. वह लंबे समय से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दे रहा है.

इसे भी पढ़ें- एसआई भर्ती परीक्षा मामला: एसओजी ने 15 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में लिया, फर्जी तरीके से पेपर देने के मिले सबूत - SI recruitment exam case

एक एसआई, दो-दो पटवारी-एलडीसी बनाए : एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि रोशनलाल चार बड़ी भर्ती परीक्षाओं में 16 परीक्षा केंद्रों पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दे चुका है. एसआई भर्ती में उसने दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी थी. इनमें एक का चयन हो गया, जबकि दूसरा फिजिकल टेस्ट पास नहीं कर पाया. इसके अलावा डमी अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा देकर उसने दो युवकों को पटवारी और दो युवकों को एलडीसी बनाया है. इन चारों की भी एसओजी तलाश में जुटी है.

इधर, परीक्षा केंद्र नहीं बता पाए ट्रेनी थानेदार : एसआई भर्ती परीक्षा में धांधली करने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में एसओजी ने 15 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामलों का खुलासा होने के बाद एसओजी ने ट्रेनिंग ले रहे एसआई का टेस्ट लिया. इस टेस्ट में कई एसआई पास नहीं हो पाए. जबकि कई एसआई अपने परीक्षा केंद्र का पता तक नहीं बता पाए. ऐसे में संदिग्ध 15 एसआई से पूछताछ की जा रही है. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.

जयपुर. राजस्थान लोकसेवा आयोग की उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 में पेपर लीक गिरोह का एसओजी की ओर से खुलासा किया जा चुका है. इसी कड़ी में अब इसी परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठाने के खेल से एसओजी ने पर्दा उठाया है. टीम ने डमी अभ्यर्थी बैठाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए एक सरकारी शिक्षक को गिरफ्तार किया है. उसने एसआई भर्ती-2021 में दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी थी. इनमें से एक का चयन हो गया था, जबकि दूसरा शारीरिक दक्षता में सफल नहीं हो पाया. गिरफ्तार सरकारी शिक्षक के गिरोह में शामिल अन्य बदमाश अभी फरार हैं. एसओजी की टीम उनकी तलाश में जुटी है.

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने की जानकारी ट्रेनी एसआई से पूछताछ में सामने आई थी. इसमें दौसा जिले के सरकारी स्कूल में शिक्षक रोशन लाल मीणा को गिरफ्तार किया गया है. उसके अन्य साथी फिलहाल फरार हैं.

मनीष भरता था फॉर्म, रोशन देता था परीक्षा : एसओजी की पूछताछ में सामने आया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाने वाले इस गिरोह में रोशनलाल के अलावा मनीष, दिनेश, महेश और दीपक भी शामिल हैं. मनीष अभ्यर्थियों के ऑनलाइन आवेदन भरता है. वह ही अभ्यर्थियों की जगह डमी कैंडिडेट के रूप में रोशनलाल को बैठाने का सौदा तय करता है. एक अभ्यर्थी की जगह डमी अभ्यर्थी बैठाने के बदले पांच लाख रुपए लेता है.

चार साल रेलवे में हेल्पर, 2017 से सरकारी शिक्षक : प्रारंभिक तौर पर पड़ताल में सामने आया है कि दौसा जिले का निवासी रोशनलाल 2013 से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है. वह पहले चार साल रेलवे में हेल्पर रहा. फिर 2017 में उसका चयन शिक्षक ग्रेड-3 के रूप में हो गया. उसने नेट-स्लेट भी क्लियर कर रखी है. वह लंबे समय से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दे रहा है.

इसे भी पढ़ें- एसआई भर्ती परीक्षा मामला: एसओजी ने 15 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में लिया, फर्जी तरीके से पेपर देने के मिले सबूत - SI recruitment exam case

एक एसआई, दो-दो पटवारी-एलडीसी बनाए : एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि रोशनलाल चार बड़ी भर्ती परीक्षाओं में 16 परीक्षा केंद्रों पर डमी अभ्यर्थी के रूप में परीक्षा दे चुका है. एसआई भर्ती में उसने दो अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दी थी. इनमें एक का चयन हो गया, जबकि दूसरा फिजिकल टेस्ट पास नहीं कर पाया. इसके अलावा डमी अभ्यर्थी के तौर पर परीक्षा देकर उसने दो युवकों को पटवारी और दो युवकों को एलडीसी बनाया है. इन चारों की भी एसओजी तलाश में जुटी है.

इधर, परीक्षा केंद्र नहीं बता पाए ट्रेनी थानेदार : एसआई भर्ती परीक्षा में धांधली करने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले में एसओजी ने 15 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि पेपर लीक और डमी अभ्यर्थी बैठाने के मामलों का खुलासा होने के बाद एसओजी ने ट्रेनिंग ले रहे एसआई का टेस्ट लिया. इस टेस्ट में कई एसआई पास नहीं हो पाए. जबकि कई एसआई अपने परीक्षा केंद्र का पता तक नहीं बता पाए. ऐसे में संदिग्ध 15 एसआई से पूछताछ की जा रही है. इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.

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