शिवपुरी। बैडारी गांव का तालाब फूटने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. तेज बहाव के कारण तालाब से लगी किसानों की हजारों बीघा जमीन सिंचित होती थी. तालाब के फूटने से इस बार किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है. ग्रामीणों के अनुसार तालाब को अतिक्रमण कर खेती कर रहे कुछ दबंगों द्वारा फोड़ दिया गया है. मामले के अनुसार बैडारी में लगभग 20 बीघा जमीन में ये तालाब 20 साल से भी अधिक पुराना है. इस तालाब से किसानों को बड़ा सहारा है.
ग्रामीणों की एक हजार बीघा खेती होती है सिंचित
गांव के लोग इस तालाब की देखरेख भी करते हैं. अब तक कई बार इस तालाब के पार की मरम्मत भी पंचायत स्तर पर कराई जा चुकी है. तालाब के पानी से ग्रामीणों की करीब 1000 बीघा से अधिक आधा दर्जन गांवों की जमीन सिंचित होती है. तालाब में सनवारा, राई, बूढी राई, बैडारी, कांकरा सहित अन्य गांव का बारिश का पानी आता है. तालाब सोमवार की रात को अचानक फूट गया. अब इसका पानी खाली होता जा रहा है. तालाब को खाली होता देखकर ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है.
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एसडीएम ने कहा- मामले की जांच करवाएंगे
ग्रामीणों का कहना है कि तालाब के पास सरकारी जमीन पर दबंगों द्वारा अतिक्रमण कर खेती की जा रही है. तालाब के ओवरफ्लो होने से अतिक्रमणकारियों के खेतों में पानी भरने लगा था. माना जा रहा है कि इन्ही अतिक्रमणकारियों द्वारा रात के रात के अंधेरे में तालाब की पार को फोड़ दिया गया है. इस मामले में कोलारस एसडीएम अनूप श्रीवास्तव का कहना हैं कि उन्हें तालाब फूटने की सूचना मिली है. तालाब की पार फोड़ी गई या अपने आप फूटी, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है.