जयपुर. ऑनलाइन ठगी के लगातार बढ़ते मामले आमजन के साथ ही पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं. साइबर ठग नए-नए तरीकों से साइबर ठगी कर लोगों को चपत लगा रहे हैं. लोग जब तक समझ पाते हैं. तब तक उनके बैंक खाते से मोटी रकम उड़ा ली जाती है. अब शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के बहाने शातिर साइबर ठग लोगों को चपत लगा रहे हैं. हालांकि, पुलिस ने साइबर अपराध रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाए हैं. लेकिन अभी भी साइबर ठगी का जाल लोगों को अपने शिकंजे में लगातार जकड़ रहा है. जयपुर में बीते दिनों में शेयर बाजार और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर साइबर ठगी के कई मामले सामने आए हैं.
रिटायर्ड अधिकारी से ठगे 1.5 करोड़ रुपए: एक रिटायर्ड अधिकारी से 1.5 करोड़ की साइबर ठगी का मुकदमा बीते दिनों प्रताप नगर थाने में दर्ज हुआ था. क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर ठगों ने अधिकारी को झांसे में लिया और 6 बार में अलग-अलग खातों में 1.5 करोड़ रुपए जमा करवा लिए. ठग एक ऑनलाइन अकाउंट में रोजाना का मुनाफा दिखाकर लगातार झांसा देते रहे. लेकिन जब उन्होंने इस अकाउंट से रकम विड्रो करवाने का प्रयास किया, तो रकम नहीं निकली. इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ.
एप से करवाया 85 लाख रुपए का निवेश: प्रताप नगर थाने में ही ऑनलाइन ठगी का एक और मुकदमा पिछले दिनों सामने आया था. उसे एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया. जिसमें एडमिन शेयर बाजार में निवेश की वर्चुअल क्लास लेता. इसके बाद एप के जरिए उसे झांसे में लेकर विभिन्न शेयरों में 85 लाख रुपए का निवेश करवाया गया. लेकिन जब उसने एप से अपने मुनाफे की रकम निकलवाने की कोशिश की तो अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया. अकाउंट अनब्लॉक करने के लिए उससे 53 लाख की डिमांड की गई.
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रामनगरिया इलाके के एक बुजुर्ग के साथ भी एप के जरिए शेयर मार्केट में निवेश के बहाने 72 लाख रुपए से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है. बुजुर्ग को झांसे में लेकर ऑनलाइन एप के जरिए शेयर बाजार में निवेश के बहाने 72.60 लाख रुपए खाते में जमा करवाए गए. इसके बाद एप पर उसका खाता ब्लॉक कर दिया गया. उसने बीते दिनों रामनगरिया थाने में मुकद्ने दर्ज करवाया था.
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जागरूकता से ही बचाव संभव: डीजी (साइबर क्राइम) रविप्रकाश मेहरड़ा का कहना है कि साइबर ठगी से सावधानी रखकर ही बचा जा सकता है. इसके लिए पुलिस की ओर से हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. फिर भी किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है. ताकि जिस अकाउंट में रकम गई है. उसे फ्रीज करवाया जा सके. साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं.
यह सावधानियां रखकर बच सकते हैं ठगी से:
- वाट्सएप या टेलीग्राम के जरिए कोई एप डाउनलोड नहीं करें. शेयर बाजार में निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम डीमेट अकाउंट है.
- अनजान लोगों के बहकावे में आकर कहीं पर भी रकम निवेश करने से बचे. इन्वेस्टमेंट से पहले एक्सपर्ट से सलाह लें.
- किसी भी तरह की साइबर ठगी का अंदेशा होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं, ताकि जिस खाते में रकम गई है. उसे फ्रीज करवाया जा सके.