शाजापुर: जनसुनवाई में पहुंचे दंपती ने कलेक्टर परिसर में आत्मदाह करने की कोशिश की. दंपती अपने बच्चों सहित पूरे परिवार पर पेट्रोल डालकर आग लगाने लगा. तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मी और कर्मचारियों ने उन्हें आग लगाने से रोका. वहीं, इसकी जानकारी मिलते ही जनसुनवाई में बैठे सभी अधिकारी बाहर आ गए. उसके बाद दंपति की समस्या सुनकर उसके निराकरण का आश्वसन दिया.
जनसुनवाई में पीडीएस दुकान की समस्या लेकर पहुंचे
जानकारी के अनुसार भेरुपुरा गांव में दंपती पीडीएस दुकान का संचालन करते हैं. पीडीएस दुकान का संचालन स्व सहायता समूह के जरिए होता है. बताया गया कि स्व सहायता समूह के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद है और दुकान का संचालन कर रहे दंपती को किसी ने बताया कि खाद्य विभाग ने उनका आवंटन रोक दिया है. जिसको लेकर पीड़ित परिवार जनसुनवाई में पहुंचा था.
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राशन का कोटा बंद होने का था कंफ्यूजन
एडीएम बीएस सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर और एसडीएम मनीषा वास्कले ने दंपती से चर्चा की. जिसके बाद उनकी समस्या का समाधान कर उन्हें गाड़ी से उनके गांव भिजवाया गया. डिप्टी कलेक्टर राजकुमार हलधर ने बताया कि "ये (दंपती) राशन का दुकान संचालित करते हैं. इनको कहीं से कंफ्यूजन हुआ था कि, उनका राशन का कोटा बंद कर निरस्त किया जा रहा है. इस संबंध में डीएसओ से हमने बात की तो पता चला कि ऐसा कोई भी आदेश नहीं हुआ है. जिसके बाद उनका कंफ्यूजन दूर हो गया है."