जींद: उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का सिलसिला लगातार जारी है. शुक्रवार को नव वर्ष में पहली बार जबरदस्त धुंध देखने को मिली. ग्रामीण आंचल दृश्यता शून्य रही तो शहरी इलाकों में पांच मीटर तक सिमट गई. दोपहर बाद गुनगुनी धूप खिलान से धुंध से तो राहत मिल गई. लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली. घनी धुंध से यातायात के साथ जनजीवन भी प्रभावित हुआ. जिसने रफ्तार पर रोक लगा दी.
पहाड़ों की तरफ से चली ठंडी हवा से दिनभर कंपकंपी छूटती रही. लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव जला कर सेकते देखा गया. शुक्रवार को अधिकतम तापमान 19 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान सात डिग्री दर्ज किया गया. मौसम में आद्रता 80 प्रतिशत तथा हवा की गति पांच किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई. मौसम विभाग के अनुसार अब ठंड के साथ घनी धुंध देखने को मिलेगी.
घनी धुंध ने रोकी वाहनों की रफ्तार: शुक्रवार को दिन का आगाज घनी धुंध तथा कड़ाके की ठंड के साथ हुआ. घनी धुंध से ग्रामीण आंचल में सुबह के समय से दृश्यता शून्य रही. शहरी इलाकों में यह पांच मीटर तक सिमट गई. यातायात के साधन एक दूसरे के पीछे लाइट जला कर रेंगते देखे गए. जो अपने निर्धारित स्थानों पर देरी से पहुंचे. जिसका जनजीवन पर भी काफी असर देखने को मिला. लोग देरी से घरों से बाहर निकले. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव को सेकते देखे गए. दोपहर बाद गुनगुनी धूप भी निकली. लेकिन ठंड से राहत नहीं मिली. शाम को फिर से इलाके को ठंड ने घेर लिया. हालांकि वीरवार रात को कोहरे तथा धुंध ने दस्तक दे दी थी.
धुंध फसलों के लिए फायदेमंद: रबी सीजन में धुंध बहुत कम पड़ी है. पिछले दिनों हुई बारिश ने किसानों को काफी राहत दी थी. अब नववर्ष में अच्छी धुंध ने दस्तक दी है. धुंध में नमी होने के कारण फसलों को अच्छा फायदा पहुंच रहा है. धूप भी निकल रही है. जिससे फसलों में फुटाव के साथ अच्छी ग्रोथ भी देखने को मिल रही है. जिले में लगभग सवा दो लाख हेक्टेयर में गेहूं, दस हजार हेक्टेयर में सरसों के अलावा पशुचारा, सब्जियां आदि फसलें लगाई हुई हैं. पूर्व में रबी सीजन में सूखी ठंड पड़ी. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में बारिश ने काफी राहत दी. धुंध तथा कोहरा का असर बहुत कम रहा है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजेश ने बताया कि मौसम शुष्क तथा परिवर्तनशील बना हुआ है. ठंड के साथ धुंध भी देखने को मिलेगी. तापमान में भी कुछ इजाफा होगा. किसान अपनी फसलों पर नजर बनाए रखें. बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर कृषि विशेषज्ञों से संपर्क करें.
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