सिवनी: नशा मुक्ति को लेकर सरकार के द्वारा समय-समय पर नशा मुक्ति अभियान चलाए जाते हैं, जिससे समाज में नशा से होने वाले अपराध व होने वाली दुर्घनाओं की जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया जा सके. इसके बावजूद कुछ आमजन जागरूक नहीं हो रहे हैं. अब इसी कड़ी में सिवनी जिले के डॉ. पारस पटेरिया ने गणेश चतुर्थी से एक अभियान की शुरुआत की है. अभियान के मुताबिक जिले के गांव-गांव में जाकर ग्राम वासियों को सीटी देकर ग्राम को नशा मुक्त बनाए रखने के लिए सुझाव दिए जा रहे हैं.
अंजनिया गांव में लोगों को दी गई सीटी
इसी क्रम में डॉ. पारस पटेरिया के द्वारा छपारा तहसील के ग्राम अंजनिया में पहुंचकर महिलाओं और युवकों को सीटी प्रदान की गई. साथ ही सभी लोगों से कहा गया कि जब भी कोई आपके गांव में शराब पीकर आए उत्पात मचाए या फिर कोई अवैध शराब बेचने के लिए गाड़ी से आए तो तत्काल सीटी बजाना शुरू कर दें. आपकी सीटी की आवाज सुनकर लोग इकठ्ठे होते जाएंगे और फिर इस कार्य को करने वाला तत्काल अपने स्थल को छोड़कर भागेगा. इस मुहिम का ग्रामीणों ने समर्थन किया है.
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शराब के खिलाफ महिलाओं ने किया था प्रदर्शन
आपको बता दें कि ग्राम अंजनिया की महिलाओं ने ग्राम को शराब मुक्त करने की मुहिम छेड़ रखी है. उन्होंने ग्राम में बनने वाली अवैध शराब व ग्राम में बिकने वाली शराब को लेकर पुरजोर विरोध भी किया था. इसके लिए महिलाओं ने एकत्रित होकर छपरा थाने में पहुंचकर थाना प्रभारी को एक ज्ञापन भी सौंपा था, जिसमें उन्होंने गांव में बनने वाली शराब और बिकने वाली शराब पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की थी. वहीं डॉ. पटेरिया के द्वारा शुरू की गई इस मुहिम की लोग सराहना भी कर रहे हैं. अब देखना होगा कि डॉक्टर द्वारा शुरू की गई ये मुहिम कितनी कारगर साबित हो पाती है.