सिवनी। जिले के छपारा इलाके में 100 डायल स्टाफ की मानवता की चर्चा लोगों की जुंबा पर है. पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. डायल 100 स्टाफ ने अपनी कप्लेंट को दरकिनार कर जिंदगी और मौत से जूझ रही मासूम बच्ची को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल मे बच्ची का उपचार चल रहा है. अस्पताल स्टाफ के साथ ही परिजनों का कहना है कि डायल 100 स्टाफ ने अगर समय पर मदद नहीं की होती तो अशुभ समाचार मिल सकता था.
पानी की टंकी में डूबने से बच्ची की हालत गंभीर
सिवनी जिले के छपारा थाना के डायल 100 स्टाफ एक कंप्लेंट के सिलसिले में जा रहा था. इसी दौरान पानी की टंकी में डूबने से जिंदगी और मौत से जूझ रही बच्ची और उसके परिजनों पर डायल 100 स्टाफ की नजर पड़ी. दरअसल, जोगीवाड़ा गांव के रहने वाले अमीरचंद परते की डेढ़ साल की बेटी मधु खेलते-खेलते पानी की टंकी में डूब गई, जिससे वह बेहोश हो गई. आनन-फानन में बच्ची को छपारा अस्पताल लाया जा रहा था. चदेंनी गांव के पास रुककर बेहोशी की हालत में गोद में लेकर पिता बच्ची के मुंह में फूंक मार रहा था.
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डायल 100 स्टाफ ने बच्ची के साथ परिजनों को अस्पताल भेजा
इस दौरान अपने दूसरे इवेंट में जा रहे 100 डायल में मौजूद सैनिक श्याम सिंह ने यह दृश्य देखकर गाड़ी रोक कर पिता से बात कर तत्काल अस्पताल के लिए रवाना हुए. चदेंनी गांव से 100 डायल में अपना इवेंट छोड़कर गंभीर हालत में बच्ची को उसके पिता और मां के साथ अस्पताल में लाकर भर्ती कराया. जहां उसे तत्काल प्राथमिक उपचार मिल गया. इसके बाद बच्ची को सिवनी जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां बच्ची का इलाज चल रहा है. अब बच्ची की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है.