सीहोर: मध्य प्रदेश के कई जिलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. सीहोर में भी जिले के कलेक्टर प्रवीण सिंह ने गुरुवार को बच्चों की वर्चुअल क्लास ली. इसका मकसद शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और साक्षरता बढ़ाना था इस दौरान कलेक्टर ने शिक्षकों से भी संवाद कर जानकारी ली. जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कक्षा पहली, दूसरी व तीसरी के बच्चों की वर्चुअल क्लास ली और छात्र और छात्राओं को हिन्दी, अंग्रेजी को पढ़ना, लिखना व गणित पर ध्यान देने के लिए जोर दिया.
माता-पिता की उम्मीदों का रखेंं ध्यान
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने कहा, '' बच्चों के माता-पिता बड़ी उम्मीद के साथ अपने बच्चों का नामांकन सरकारी स्कूल में करवाते हैं. इसलिए हमारी जिम्मेदारी हो जाती है कि उनकी अपेक्षाओं के अनुरूप हम बच्चों को शिक्षित करें. एफएलएन कार्यक्रम के तहत बच्चों को पढ़ने और समझने, लिखने, और सरल अंकगणित के कौशल सिखाए जाते हैं. इस कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को प्रशिक्षण और बच्चों को पढ़ाने के नए तरीके सिखाए जाते हैं.''
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कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश
कलेक्टर प्रवीण सिंह ने संवाद के दौरान सीहोर विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला मुरदी के प्राथमिक शिक्षक विनोद उपाध्याय को नोटिस जारी करने का आदेश दिया है. एफएलएन आधारित प्रश्न का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कलेक्टर ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं.