जयपुर: ग्राम पंचायतों से क्रमोन्नत हुए प्रदेश के 62 नवगठित शहरी निकायों (नगर पालिका) में भी सरकार ने प्रशासक तैनात कर दिए हैं. सरकार ने उपखंड अधिकारियों को इनकी कमान सौंपी है. यहां सरपंचों को ही पालिका अध्यक्ष का चार्ज दिया हुआ था, लेकिन हाल में ही उनका कार्यकाल खत्म हुआ है. राज्य सरकार इन निकायों में अब तक चुनाव भी नहीं करा पाई है. इन सभी निकायों में अभी तक एक बार भी बोर्ड नहीं बना है.
राज्य सरकार ने नगर निकायों के प्रशासक को वित्तीय समेत अन्य अधिकार दिए हैं, जिनका इस्तेमाल प्रशासक नए बोर्ड के गठन तक करेंगे और निकायों का संचालन करेंगे. स्वायत्त शासन विभाग ने इस सबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. गौरतलब है कि राज्य सरकार की मंशा एक राज्य-एक चुनाव की है. इसको लेकर स्वायत्त शासन विभाग ने विधि विभाग से राय मांगी हुई है, लेकिन अभी तक जवाब नहीं आया है. फिलहाल परिसीमन कराया जा रहा है. राज्य में अभी तक 111 निकायों में प्रशासकों की नियुक्ति हो चुकी है.
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परिसीमन में कई निकायों ने नहीं दिखाई रुचि: शहरी निकायों के परिसीमन को लेकर निकायों की रूचि नहीं दिखाई दे रही है. स्थानीय जन प्रतिनिधियों और बोर्ड की ओर से प्रस्ताव नहीं भेजे जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस सरकार के समय बने 50 से अधिक निकाय पुन: ग्राम पंचायत बनने के प्रयास कर रहे हैं. निकायों के परिसीमन को लेकर डीएलबी डायरेक्टर ने प्रस्ताव के लिए दूसरी बार समय बढ़ाया है, लेकिन अभी तक कुल निकाय 305 में 50 निकायों ने ही प्रस्ताव भेजा है. ऐसे में डीएलबी की ओर से जिला कलेक्टरों को दूसरी बार पत्र लिखकर प्रस्ताव मांगना पड़ रहा है.
पहले 49 शहरी निकायों के बोर्ड भंग: राजस्थान सरकार पिछले साल नवम्बर में प्रदेश के 49 शहरी निकायों में भी प्रशासक नियुक्त कर चुकी है. इन निकायों का कार्यकाल पूरा हो गया था और चुनाव नहीं कराए जा सके. इनमें 5 नगर निगम, 10 नगर परिषद और 26 नगर पालिका है. इस बार 62 निकायों में उपखंड अधिकारियों को प्रशासक की जिम्मेदारी सौंप दी गई है.
इन जिलों के 62 निकायों में प्रशासक
- जयपुर: बस्सी, वाटिका
- सीकर: अजीतगढ़
- झुंझुनूं: डूंडलोद, जाखल
- दौसा: मण्डावरी, बसवा
- कोटपूतली: बहरोड़ , पावटा- प्रागपुरा, बर्डोद
- खैरथल: तिजारा, टपूकड़ा
- अलवर: बड़ौदमेव, गोविंदगढ़, बहादुरपुर, कठूमर, मालाखेड़ा, रैणी, नौगांव, लक्ष्मणगढ़, रामगढ़
- डीग: सीकरी, पहाड़ी
- भरतपुर: उच्चैन
- धौलपुर: सरमथुरा, बसेड़ी
- करौली: सपोटरा, मंडरायल
- सवाईमाधोपुर:खिरनी, खण्डार, बामनवास, वजीरपुर
- कोटा: सुल्तानपुर, सुकेत
- बारां: अटरू
- बूंदी: दई, हिंडौली
- टोंक: दूनी, लाम्बाहरिसिंह, डिग्गी, पीपलू
- नागौर: बासनी, जायल
- जालौर: रानीवाड़ा, आहोर, सायला
- भीलवाड़ा: रायपुर, बिजौलिया
- सिरोही: जावाल पाली: मारवाड़ जंक्शन, सोजतरोड
- जोधपुर: भोपालगढ़, बालेसर-सत्ता
- गंगानगर: लालगढ़ जाटान
- हनुमानगढ़: टिब्बी
- बालोतरा: सिणधरी
- उदयपुर: वल्लभनगर, मावली, खैरवाड़ा, ऋषभदेव
- राजसमंद: भीम
- चित्तौड़गढ़: आकोला
- ब्यावर: मसूदा
- बाड़मेर: गुडामालानी
जयपुर में 280 सरपंच बनेंगे प्रशासक : ग्राम पंचायतों के चुनाव स्थगित करने के बाद अब उनको लेकर भी जिला कलेक्टर ने ग्राम पंचायत में सरपंच को प्रशासक लगाने और बोर्ड के गठन को लेकर तैयारी है. प्रदेश के 6759 ग्राम पंचायतों का 31 जनवरी को कार्यकाल समाप्त होने से पहले सरपंचों को प्रशासक लगाया जाएगा. सरकार के फैसले के बाद जिला कलेक्टरों की ओर से पंचायतों में प्रशासक लगाने की तैयारी की जा रही है. जयपुर जिले में 280 सरपंच ग्राम पंचायत में प्रशासक बनेंगे. इसके लिए जिला परिषद सीईओ ने सभी विकास अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट के वाद प्रशासक के साथ प्रशासकीय कमेटी का भी गठन किया जाएगा.