रांची: लोकसभा चुनाव की तैयारियां झारखंड कांग्रेस ने विधिवत शुरू कर दी है. पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में कांग्रेस प्रभारी की उपस्थिति में नवगठित निर्वाचन समिति की बैठक हुई, जिसमें राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्र की ओर से सर्वोत्तम 3-3 संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई. वहीं सर्किट हाउस में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी के सामने लोकसभा चुनाव के संभावित उम्मीदवार उपस्थित हुए.
राणा के पी सिंह की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी के अन्य सदस्य जयवर्धन सिंह और ईवान डिसूजा सोमवार शाम सेवा विमान से दिल्ली से रांची पहुँचें और सर्किट हाउस में एक के बाद एक लोकसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक उम्मीदवारों के साथ मुलाकात की. उनकी उम्मीदवारी, पार्टी के प्रति उनका समर्पण, पार्टी के कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी, जिस लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहते हैं, उस लोकसभा क्षेत्र के चुनावी खास कर जातीय समीकरण से रूबरू हुए.
ये दिग्गज कांग्रेसी नेता भी हुए स्क्रीनिंग कमेटी के सामने उपस्थित
रांची के सर्किट हाउस में आयोजित हुई कांग्रेस लोकसभा चुनाव स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष संभावित उम्मीदवार कार्यक्रम देर रात तक चला. इसमें राज्य के सभी 14 लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया. स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष जो खास नेता उपस्थित हुए, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व सांसद और विधायक डॉ इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी, विधायक दीपिका पांडेय सिंह, कालीचरण मुंडा, पूर्व शिक्षा मंत्री प्रदीप यादव, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष गुंजन सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, पूर्व राज्यसभा सांसद और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे प्रदीप बलमुचू, प्रदूषण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मणिशंकर, पूर्व प्रदेश सचिव रहे प्रवक्ता जगदीश साहू, निरंजन पासवान, शकील अख्तर, प्रमोद दुबे, मदन कुमार महतो, रामवृक्ष गुप्ता प्रमुख रहे. इनमें से कई नेता ऐसे थे जो बॉयोडाटा और पूरी तैयारी के साथ आये थे और उन्होंने बताया कि अमुक लोकसभा क्षेत्र जहां से वह चुनाव लड़ना चाहते हैं वह कैसे सबसे उपयुक्त उम्मीदवार होंगे.
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष और अन्य सदस्य ने पूरी गंभीरता से सभी संभावित उम्मीदवारों से बात की और एक एक पहलू को नोट करते दिखे. मिली जानकारी के अनुसार स्क्रीनिंग कमेटी अपनी रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को सौंपेगी ताकि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम की जब घोषणा की जाए तो मजबूत और जीत सकने वाले उम्मीदवार का नाम चयन करने में केंद्रीय नेतृत्व को सुविधा हो.
2019 भी हम हारे नहीं थे हराया गया थाः कालीचरण मुंडा
2019 में लोकसभा आम चुनाव में भाजपा के दिग्गज और वर्तमान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को कड़ा मुकाबला देने वाले कालीचरण मुंडा ने स्क्रीनिंग कमेटी के सामने कहा कि 2019 में वह हारे नहीं थे बल्कि उनकी जीत को तत्कालीन सरकार और प्रशासन ने हार में बदल दिया था. रिकॉउंटिंग की उनकी मांग नहीं मानी गयी थी, आज भी मामला कोर्ट में पेंडिंग है. अगर इस बार खूंटी लोकसभा सीट से उन्हें मौका मिलेगा तो बड़े अंतर से भाजपा की हार खूंटी लोकसभा सीट से तय है. वहीं चतरा लोकसभा सीट से उम्मीदवारी जताने आये कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रमोद दुबे ने कहा कि लंबे दिनों से उन्होंने कांग्रेस के माध्यम से जनता की सेवा की है. वहां स्थानीय उम्मीदवार की मांग होती रही है और वह योग्य उम्मीदवार होंगे. इसी तरह अलग अलग लोकसभा सीट के लिए नेताओं की अपनी अपनी दलील थी.
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