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कुत्तों की फैमिली प्लानिंग पर सतना नगर निगम खर्च करेगा 40 लाख, कुत्तों के पीछे गली-गली दौड़ेंगे कर्मी - satna dogs sterilization tender

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 10, 2024, 1:49 PM IST

Updated : Aug 10, 2024, 3:00 PM IST

सतना नगर निगम ने कुत्तों के आंतक से परेशान होकर अनोखा टेंडर निकाला है. कुत्तों की बढ़ती जनसंख्या से डरकर इस पर लगाम लगाने के लिए 40 लाख रुपए निगम खर्च करेगी. सतना में ऐसा पहली बार हो रहा है.

SATNA DOGS STERILIZATION TENDER
कुत्तों की नसबंदी के लिए सतना नगर निगम ने निकाला टेंडर (ETV Bharat)

सतना: मध्य प्रदेश के सतना में नगर निगम ने अनोखी निविदा निकाली है. इस निविदा में नगर निगम ने बताया है, कि आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए 40 लाख रुपए का खर्च आएगा. प्रति कुत्तों का खर्च एक हजार रुपए आएगा और सभी कुत्तों की नगर निगम द्वारा नसबंदी कराई जाएगी. आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए नगर निगम में पहली बार ऐसी निविदा निकाली है.

कुत्तों की बढ़ी जनसंख्या से डरा नगर निगम सतना (ETV Bharat)

कुत्तों की नसबंदी पर निगम खर्च करेगा 40 लाख

आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए सतना नगर निगम द्वारा एक टेंडर निकाला गया है. यह टेंडर 40 लाख रुपए का है. दरअसल, सतना शहर में आवारा कुत्तों का आतंक हर गली मोहल्ले में बढ़ता ही जा रहा है. वहीं लगातार इनकी संख्या में इजाफ़ा होता जा रहा है. ऐसे में नगर निगम ने इनके आतंक और संख्या में लगाम लगाने नसबंदी कराने की योजना बनाई है.

प्रति कुत्ता 1000 रुपए मिलेंगे

निगम ने प्रति कुत्तों की नसबंदी के लिए 1000 रुपए का खर्च तय किया है. नगर निगम से टेंडर लेने वाला व्यक्ति या संस्थान सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर उनका बधियाकरण और टीकाकरण कराएगा. जिसमें कुत्तों को पकड़ना और छोड़ना 300 रुपये, पशु चिकित्सक (शल्य क्रिया) 200 रुपये, पशु देखभाल परिचारक, सफाई एजेंट, नसबंदी आदि का 40 रुपये, दवाईया ऐनेस्थिसिया, सूचर मटेरियल, एन्टीबायोटिक, मल्टीविटामिन व अन्य औषधि 300 रुपये, एंटी रेबीज टीकाकरण 100 रुपये, चिकित्सा पश्चात् आहार (दो दिवस हेतु) 60 रुपये, कुल व्यय प्रति श्वान 1000 रुपये है.

शहर में बढ़ी कुत्तों की संख्या

नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर भूपेंद्र देव परमार ने बताया कि "शासन स्तर पर एनिमल बर्थ कंट्रोल के निर्देश जारी हुए थे. जिसमें कुत्तों के अनकंट्रोल्ड जन्म हो रहे हैं. जिसकी वजह से उनकी संख्या बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए बर्थ कंट्रोल के लिए पूरी प्रक्रिया तय की गई है. सतना नगर निगम द्वारा इसका टेंडर जारी किया गया है."

यहां पढ़ें...

महाकालेश्वर मंदिर में कुत्तों का आतंक, 2 महीने में 1500 से अधिक मामले

नाराज मेनका गांधी ने प्रदेश के बड़े अधिकारी को लगाया फोन, बोली- क्यों नहीं संभाल पा रहे आवारा कुत्ते

आवारा कुत्तों की कराई जाएगी नसबंदी

इस मामले में पशु चिकित्सालय उप संचालक डॉ. प्रमोद शर्मा ने बताया, "सतना नगर निगम क्षेत्र में पुरानी गणना के मुताबिक, 4000 से अधिक आवारा कुत्तों की आबादी है और एक कुत्ते की नसबंदी के साथ पूरा खर्च मिलकर ₹1000 का आता है. नगर निगम द्वारा यह सारी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए हमारे विभाग के डॉक्टर और पूरी टीम द्वारा समय आने पर यह पूरी कार्रवाई की जाएगी. सतना नगर निगम क्षेत्र में यह पहली बार होगा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी कराई जाएगी.''

सतना: मध्य प्रदेश के सतना में नगर निगम ने अनोखी निविदा निकाली है. इस निविदा में नगर निगम ने बताया है, कि आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए 40 लाख रुपए का खर्च आएगा. प्रति कुत्तों का खर्च एक हजार रुपए आएगा और सभी कुत्तों की नगर निगम द्वारा नसबंदी कराई जाएगी. आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए नगर निगम में पहली बार ऐसी निविदा निकाली है.

कुत्तों की बढ़ी जनसंख्या से डरा नगर निगम सतना (ETV Bharat)

कुत्तों की नसबंदी पर निगम खर्च करेगा 40 लाख

आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए सतना नगर निगम द्वारा एक टेंडर निकाला गया है. यह टेंडर 40 लाख रुपए का है. दरअसल, सतना शहर में आवारा कुत्तों का आतंक हर गली मोहल्ले में बढ़ता ही जा रहा है. वहीं लगातार इनकी संख्या में इजाफ़ा होता जा रहा है. ऐसे में नगर निगम ने इनके आतंक और संख्या में लगाम लगाने नसबंदी कराने की योजना बनाई है.

प्रति कुत्ता 1000 रुपए मिलेंगे

निगम ने प्रति कुत्तों की नसबंदी के लिए 1000 रुपए का खर्च तय किया है. नगर निगम से टेंडर लेने वाला व्यक्ति या संस्थान सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर उनका बधियाकरण और टीकाकरण कराएगा. जिसमें कुत्तों को पकड़ना और छोड़ना 300 रुपये, पशु चिकित्सक (शल्य क्रिया) 200 रुपये, पशु देखभाल परिचारक, सफाई एजेंट, नसबंदी आदि का 40 रुपये, दवाईया ऐनेस्थिसिया, सूचर मटेरियल, एन्टीबायोटिक, मल्टीविटामिन व अन्य औषधि 300 रुपये, एंटी रेबीज टीकाकरण 100 रुपये, चिकित्सा पश्चात् आहार (दो दिवस हेतु) 60 रुपये, कुल व्यय प्रति श्वान 1000 रुपये है.

शहर में बढ़ी कुत्तों की संख्या

नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर भूपेंद्र देव परमार ने बताया कि "शासन स्तर पर एनिमल बर्थ कंट्रोल के निर्देश जारी हुए थे. जिसमें कुत्तों के अनकंट्रोल्ड जन्म हो रहे हैं. जिसकी वजह से उनकी संख्या बढ़ती जा रही है. जिसको देखते हुए बर्थ कंट्रोल के लिए पूरी प्रक्रिया तय की गई है. सतना नगर निगम द्वारा इसका टेंडर जारी किया गया है."

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आवारा कुत्तों की कराई जाएगी नसबंदी

इस मामले में पशु चिकित्सालय उप संचालक डॉ. प्रमोद शर्मा ने बताया, "सतना नगर निगम क्षेत्र में पुरानी गणना के मुताबिक, 4000 से अधिक आवारा कुत्तों की आबादी है और एक कुत्ते की नसबंदी के साथ पूरा खर्च मिलकर ₹1000 का आता है. नगर निगम द्वारा यह सारी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए हमारे विभाग के डॉक्टर और पूरी टीम द्वारा समय आने पर यह पूरी कार्रवाई की जाएगी. सतना नगर निगम क्षेत्र में यह पहली बार होगा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी कराई जाएगी.''

Last Updated : Aug 10, 2024, 3:00 PM IST
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