अलवर : पर्यटन सीजन 2024-25 की शुरुआत 1 अक्टूबर से हो चुकी है. इसके चलते सरिस्का टाइगर रिजर्व में सफारी का आनंद लेने और बाघ का दीदार करने के लिए दूर दराज से देसी और विदेशी पर्यटक पहुंच रहे हैं. बीते सीजन की तरह ही इस सीजन की शुरुआत में भी सरिस्का का युवराज पर्यटकों को लुभा रहा है. शनिवार को सफारी के लिए दूसरी पारी में गए पर्यटकों को एसटी-21 का दीदार हुआ. इस दृश्य को पर्यटकों ने अपने कैमरे में कैद किया.
सरिस्का टाइगर रिजर्व के नेचर गाइड नत्थू यादव ने बताया कि शनिवार को दूसरी पारी में पर्यटकों के साथ सफारी पर वो भी मौजूद थे. इसी दौरान सफारी के आगे से युवराज के नाम से प्रसिद्ध बाघ एसटी 21 एक साइड से निकल कर रोड क्रॉस करते हुए दूसरी ओर झाड़ियों में चला गया. बाघ की साइटिंग से पर्यटक खुश हैं और फोटो व वीडियो बनाने से भी नहीं चूक रहे हैं. उन्होंने बताया कि टाइगर अचानक जिप्सी के आगे से निकला, जिससे वहां माहौल एकदम से शांत हो गया. वन्यजीव प्रेमी लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि बीते पर्यटन सीजन में भी सरिस्का के युवराज ने पर्यटकों को खूब लुभाया था और इस सीजन की शुरुआत में भी युवराज की लगातार साइटिंग से पर्यटकों बहुत खुश हैं.
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लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि वैसे तो सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघ, पैंथर, हाइना, सांभर, चीतल, नीलगाय, जंगली सुअर व कई अन्य वन्यजीव भी हैं, जिनकी साइटिंग पर्यटकों को होती रही है. लेकिन बीते दो-तीन पर्यटन सीजन में बाघों की लगातार साईटिंग के चलते सरिस्का में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ी है. लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि कुछ दिनों पहले बाघिन एसटी 9 व बाघ एसटी 21 की सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों को साइटिंग हुई तो वहीं बाघिन एसटी 9 पानी पीते दिखाई दी थी. सरिस्का टाइगर रिजर्व में पहली पारी में जाने वाली सफारी 7 बजे से 10:30 बजे तक व दूसरी पारी दोपहर 2 बजे से शाम 5:30 बजे तक रहती है. सरिस्का प्रशासन के अनुसार यह समय 1 नवंबर से 31 जनवरी 2025 तक रहेगा.
वन्यजीव प्रेमी लोकेश खंडेलवाल ने बताया कि वर्तमान में सरिस्का टाइगर रिजर्व में 43 बाघ, बाघिन व शावक हैं. बीते दिनों बाघिन एसटी 14 के दो शावकों को नया नाम दिया गया.