जशपुर: सरगुजा संभाग के सबसे सुंदर जगहों में गिने जाने वाले मयाली नेचर कैंप में मंगलवार को बड़ी बैठक हुई. सरगुजा विकास प्राधिकरण की बैठक सीएम विष्णु देव साय की अध्यक्षता में हुई. बैठक में सरगुजा विकास प्राधिकरण का सालाना बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर इस बार 75 करोड़ किया गया है. बैठक में सीएम ने ये तय किया कि समय समय पर प्राधिकरण की बैठक होती रहेगी. इलाके के विकास लिए लगातार एजेंडा तय कर उसपर काम किया जाएगा.
मयाली नेचर कैंप में बैठक: खूबसूरत मयाली नेचर कैंप में बैठक को लेकर सरगुजा विकास प्राधिकरण के कर्मचारी काफी उत्साहित रहे. बैठक में सीएम विष्णु देव साय के साथ डिप्टी सीएम अरुण साव, गृहमंत्री विजय शर्मा और कैबिनेट के कई मंत्री शामिल हुए. विकास प्राधिकरण की बैठक दोपहर डेढ़ बजे के करीब शुरु हुई. बैठक शाम चार बजे तक चली. बैठक में सरगुजा के विकास को लेकर चर्चा हुई. मयाली नेचर कैंप को बेस्ट पर्यटन डेस्टिनेशन बनाने पर भी चर्चा की गई. सीएम ने कहा कि जो भी दिक्कतें विकास को लेकर हैं उसे अफसर जल्द से जल्द दूर करें.
सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक एवं कार्यक्रम की झलकियां।#VishnuDeoSai#SargujaDevelopment pic.twitter.com/hMbHBejJrw
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) October 22, 2024
मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत दूर करने के निर्देश: सरगुजा विकास प्राधिकरण की बैठक में सूरजपुर और सोनहत इलाके में लो मोबाइल नेटवर्क को लेकर भी बातचीत हुई. प्राधिकरण के सदस्यों ने संभाग में सौर उर्जा चलित बिजली के मेन्टेनेंस ना होने पर चिंता जताई. इलाके में सब्जी उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को रियायती दर पर उन्नत बीज और पौधा उपलब्ध कराने का सुझाव दिया गया. प्राधिकरण की बैठक में बीते 5 सालों में बैठक ना होने से क्षेत्र में लंबित पड़े हुए पुराने स्वीकृत काम का मामला भी उठा. मुख्यमंत्री ने शुरू नहीं हुए सभी पुराने स्वीकृत कार्यो को तत्काल निरस्त करने और प्राधिकरण के सदस्यों से सुझाव लेकर नए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश अधिकारियों को दिए.
40 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि मयाली के विकास के लिए 40 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इसके पहले चरण के लिए 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गई है. सीएम ने कहा कि इस राशि से मयाली और मधेश्वर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए खर्च किया जाएगा. मयाली को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए बजट की कमी नहीं होगी.