पटना: देश भर में आज श्रद्धा और भक्ति के माहौल में सरस्वती पूजा मनाया जा रहा है. बुधवार को माघ शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि होने पर विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा की जा रही है. ऐसे में पूजा को लेकर हर मंदिर, चौक-चौराहों से लेकर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों तक माता सरस्वती की पूजा की जा रही है.
सरस्वती पूजा का आयोजन: इसी कड़ी में पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर में भी वीणावादिनी मां शारदे की वार्षिक पूजा पूरे विधि-विधान से संपन्न हुई. बताया जा रहा कि महावीर मंदिर के दक्षिण-पूर्व कोण पर स्थित मां सरस्वती की स्थापित प्रतिमा के समक्ष सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया था. जहां महावीर मंदिर के वयोवृद्ध पुरोहित पंडित जटेश झा के निर्देशन पर पूजा की गई. इस दौरान महावीर मंदिर के प्रतिष्ठित पत्रिका धर्मायण के संपादक पंडित भवनाथ झा ही पूजक के रूप मौजूद थे.
700 वर्षों से हो रही पूजा: पंडित भवनाथ झा द्वारा संकल्प के साथ पूजन प्रारंभ हुआ. जहां ब्रह्म-पुराण में वर्णित मां सरस्वती के विशेष श्लोकों से मां शारदे की वंदना की गयी. इस दौरान पं. भवनाथ झा ने बताया कि 700 वर्षों से अधिक समय से इन मन्त्रों से देवी सरस्वती की प्रार्थना की जाती रही है.
भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण: इस मौके पर भारी संख्या में भक्त मौजूद रहे भक्तों ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना की और सरस्वती माता की आरती उतारी. उसके बाद उपस्थित भक्तों के बीच चरणोदक और प्रसाद का वितरण किया गया.
एक हजार नामों से आहुति: पंडित भवनाथ झा ने बताया कि महावीर मंदिर में एक दशक से अधिक समय से सरस्वती पूजनोत्सव होता आ रहा है. 14वीं शती के महामहोपाध्याय चण्डेश्वर ने इसका विधान किया है. इसके बाद प्रत्येक वर्ष की भांति इस साल भी माता सरस्वती को एक हजार नामों से हवन की आहुति दी जाती है.
"पटना के महावीर मंदिर में 10 सालों से सरस्वती पूजा मनाई जाती रही है. इस साल भी मां सरस्वती के विशेष श्लोकों से उनकी वंदना की गयी है. साथ ही मां सरस्वती को एक हजार नामों से हवन की आहुति दी गई. इसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया." - भवनाथ झा, पंडित
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