जयपुर. देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड 2024 का परिणाम रविवार को घोषित किया गया. जिसमें ऑल इंडिया 60वीं रैंक हासिल करने वाले जयपुर के सक्षम खंडेलवाल ने बताया कि उनके पिता का कंप्यूटर हार्डवेयर का बिजनेस है. इसलिए उन्होंने बहुत पहले ही सोच लिया था कि वो कंप्यूटर सॉफ्टवेयर तैयार करेंगे और 11वीं कक्षा से ही उन्होंने जेईई की तैयारी शुरू कर दी थी.
सक्षम ने शुरुआती दिनों में 10 घंटे नियमित पढ़ाई की और परीक्षा का समय आते-आते पढ़ाई का समय भी बढ़ा दिया. इस दौरान सोशल मीडिया से भी दूरी बनाई. वहीं जो छात्र परीक्षाओं में असफल होकर सुसाइड अटेम्प्ट करने जैसे गलत कदम उठाते हैं, उन्हें मैसेज देते हुए सक्षम ने कहा कि सिर्फ आईआईटी ही सब कुछ नहीं है. आगे बहुत स्कोप है. यदि मेहनत करते रहेंगे, तो कुछ ना कुछ हासिल तो हो ही जाएगा.
वहीं जयपुर के हरित मंगल की जेईई एडवांस में ऑल इंडिया 128वीं रैंक रही. उन्होंने भी अपनी जेईई की तैयारी 11वीं कक्षा में ही शुरू कर दी थी. शुरुआत में उन्होंने 8 घंटे से पढ़ाई करना शुरू किया और बाद में टाइम को धीरे-धीरे इंक्रीज करना शुरू कर दिया था. उन्होंने बताया कि एलन इंस्टिट्यूट से जो भी गाइडलाइन मिलती थी, उसे फॉलो किया. इस जर्नी के दौरान टीचर्स के साथ-साथ पेरेंट्स का भी भरपूर सपोर्ट रहा. कभी परीक्षा में लो स्कोर रहा, तो उन्होंने ही मोटिवेट भी किया. पढ़ते-पढ़ते कभी स्ट्रेस हो जाता था, तो दोस्तों से फोन पर बात कर लिया करते थे या फिर मोबाइल गेम खेल लिया करते थे. चूंकि उन्हें कोडिंग में इंटरेस्ट है. इस वजह से आगे आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस स्ट्रीम से जुड़ना चाहेंगे.
वहीं जयपुर में गर्ल्स टॉपर रही श्रेया खंडेलवाल ने बताया कि ऑल इंडिया उनकी 552 में रैंक रही है. हालांकि गर्ल्स अमूमन साइंस बायो लेकर नीट की प्रिपरेशन करना प्रिफर करती हैं, लेकिन उन्हें मैथ में इंटरेस्ट था. इसलिए उन्होंने जेईई का रास्ता चुना. पढ़ाई के दौरान स्ट्रेस दूर करने के लिए पेरेंट्स के साथ समय बिताती थी. उन्होंने कहा कि पेरेंट्स और फ्रेंड से जितना ज्यादा कम्युनिकेट होता है, उतना ज्यादा स्ट्रेस रिलीफ करने में मदद मिलती है.
उन्होंने अपने जूनियर और जेईई नीट जैसी प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि कोई भी गलत रास्ता कभी नहीं चुनना चाहिए. कभी भी लाइफ में कुछ गलत फील हो तो अपने पेरेंट्स से अप्रोच करना चाहिए और शिक्षक भी आपके साथ हमेशा मौजूद रहते हैं. कोई भी गलत कदम उठाने से बेहतर है, अपनी फिलिंग्स को शेयर करें. आपको बता दें कि इस बार कोटा के वेद लाहोटी ने ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की है. उन्होंने ऑल टाइम बेस्ट परफॉर्मेंस देते हुए 360 में से 355 अंक लाकर कीर्तिमान स्थापित किया है. जेईई मेंस में वेद ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 300 में से 295 अंक प्राप्त किए थे. हालांकि उस वक्त उनकी ऑल इंडिया 119वीं रैंक रही थी.