टोंक. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और टोंक से विधायक सचिन पायलट ने सोमवार को यहां शहीद स्मारक का लोकार्पण करते हुए कहा कि देश के युवा सेना में मात्र वेतन पाने के लिए भर्ती नहीं होते. वे देश की रक्षा के लिए भर्ती होते है. सेना की वर्दी पहनकर जो खुशी और सम्मान का अहसास होता है, वह शब्दों में बया करना संभव नहीं है.
पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोदी भले ही तीसरी बार पीएम बने हों, लेकिन एनडीए सरकार इस बार खुलकर काम नहीं कर सकेगी. अब सरकार के फैसले कठोर नहीं होंगे. केबिनेट में एक भी मुस्लिम मंत्री नहीं बनाए जाने के सवाल पर पायलट ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. यह बीजेपी का असली चेहरा है. क्या सचिन पायलट राज्य में अगले मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे? इस सवाल पर पायलट ने कहा कि 2028 के चुनाव अभी दूर है. अभी हमारा संगठन मजबूती से काम कर रहा है.
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इससे पहले पायलट ने 1 करोड़ 30 लाख की लागत से शहीदों की याद में बनाए गए शहीद स्मारक का लोकर्पण किया. उन्होंने सर्किट हाउस में जनसुनवाई भी की. इस दौरान अपने संबोधन में पायलट ने कहा कि कांग्रेस सरकार में राजस्थान के सभी जिलों में शहीद स्मारक बनाने की पहल हुई थी. हमारे सैनिक सरहदों पर अपनी जान हथेली पर रखकर सीमाओं की रक्षा करते हैं. यह शहीद स्मारक उस मान सम्मान का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि मेरे दादा ओर मेरे पिता ने फौज में काम किया था और मुझे भी सेना में काम करने का मौका मिला है. मुझे अहसास है कि वर्दी के सम्मान की भावना क्या होती है.