जयपुर. राजधानी जयपुर में बैंक लूट की कोशिश में डकैतों से मुकाबला करने वाले हेड कैशियर नरेंद्र सिंह शेखावत से बुधवार को अस्पताल में जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कुणाल सिंह भाटी ने मुलाकात की. उन्होंने नरेंद्र सिंह की पत्नी को पांच लाख रुपए का चेक भी भेंट किया. इसके साथ ही उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से मांग की है कि नरेंद्र सिंह शेखावत की बहादुरी का सम्मान किया जाए.
बहादुरी से प्रेरणा लें युवा : कुणाल सिंह भाटी का कहना है कि अपने बीवी बच्चों की परवाह नहीं कर नरेंद्र सिंह ने जिस बहादुरी से बदमाशों का सामना किया, वह सभी के लिए प्रेरणास्पद है. आज कहीं भी जब ऐसी घटना होती है लोग बचकर निकलने का प्रयास करते हैं. इससे बदमाशों का हौसला बढ़ता है. यदि ऐसी घटनाओं के समय बदमाशों का मुकाबला किया जाए तो उनके हौसले टूटेंगे.
एसएचओ और एएसआई ने खून देकर बचाई थी जान : तीन गोलियां लगने के बाद नरेंद्र सिंह शेखावत को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. यहां उन्हें खून की जरूरत थी, तब विद्याधर नगर थानाधिकारी दिलीप खदाव और एएसआई नरेंद्र सिंह ने अस्पताल पहुंचकर रक्तदान किया था. पुलिस के आलाधिकारियों ने भी उनकी इस बहादुरी का सम्मान किया. इसके बाद कई जनप्रतिनिधि भी अस्पताल में भर्ती नरेंद्र सिंह से मिलने पहुंचे थे.
तीन गोलियां लगने के बाद भी किया मुकाबला : दरअसल, जयपुर के झोटवाड़ा स्थित पीएनबी की ब्रांच में 23 फरवरी को दो बदमाशों ने हथियार के दम पर डकैती की कोशिश की. विरोध करने पर उन्होंने हेड कैशियर नरेंद्र सिंह शेखावत पर फायरिंग कर दी. तीन गोलियां लगने के बाद भी उन्होंने बदमाशों का डटकर मुकाबला किया. एक बदमाश को मौके से पकड़ लिया गया, जबकि दूसरा बदमाश बाद में पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अब नरेंद्र सिंह के स्वास्थ्य में सुधार है और आज उन्हें आईसीयू से वार्ड में शिफ्ट किया गया.