लखनऊ : पिछले एक साल से भी कम समय में लखनऊ की विकासनगर कॉलोनी की भूमिगत पाइपलाइन तीन बार फट चुकी है. लगभग एक साल पहले जब यहां हादसा हुआ तो चार महीने तक इस सड़क पर आवागमन बंद रहा. इस बार एक बार फिर यहां सड़क फट गई है. लोक निर्माण विभाग जल निगम पर आरोप लगा रहा है कि उसकी पाइप लाइन में रिसाव हो रहा है, मगर सवाल यह है कि जब जल निगम ने लाइन बिछाने के बाद लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को HANDOVER दिया था तो क्या पाइपलाइन की जांच की गई थी. अब इस पूरे मामले की जांच आईआईटी कानपुर को दे दी गई है. फिलहाल जल संस्थान की फौरी जांच में या सामने आया है कि इस मुख्य सीवर लाइन पर क्षमता से डेढ़ गुना बोझ है. जिसकी वजह से यह समय-समय पर फट जाती है. इस पूरी दिक्कत की वजह से विकास नगर के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लोग अपने घरों से ही बाहर नहीं निकल पा रहे और व्यापार चौपट हो रहा है.
लखनऊ के विकासनगर में रविवार को सेक्टर-4 में सड़क फटने से खतरनाक गड्ढा हो गया है. इस दौरान एक कार चालक की जान बच गई. इस मामले में लोक निर्माण विभाग ने जिम्मेदारी का पूरा ठीकरा जल निगम पर फोड़ दिया है. लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता की ओर से कहा गया है कि यहां जो सीवर लाइन बिछाई गई थी उसमें तेज रिसाव होने की वजह से अंदर ही अंदर सड़क खोखली हो गई. जिसकी वजह से यह हादसा हो गया है. यह भी बताया गया कि लखनऊ-कुर्सी-महमूदाबाद मार्ग पर गुलाचीन मंदिर से शिव मंदिर होते हुए लेबर अड्डा जाने वाले मार्ग पर सड़क धंसने के सम्बन्ध में लोक निर्माण की कोई भूमिका नहीं है. गुलाचीन मंदिर से शिव मंदिर होते हुए लेबर अड्डा जाने वाले मार्ग पर अचानक 7 मीटर लंबाई, लगभग 5 मीटर चौड़ाई व लगभग 5 मीटर गहराई में अचानक सड़क धँस जाने से मार्ग पर यातायात का आवागमन असुरक्षित हो गया.
प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता मनीष वर्मा ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के प्रभारी अभियन्ताओं ने घटना को संज्ञान में लेते हुए घटनास्थल पर पहुंच कर स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण में पाया गया कि मार्ग की सतह से गहराई में पड़ी जल निगम की ट्रंक सीवर लाइन से निरंतर हो रहे जल रिसाव के कारण धीरे-धीरे मार्ग के नीचे की मिट्टी धंसने से मार्ग का बेस क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण अचानक मार्ग धँस गया है. इस क्षतिग्रस्त भाग की तत्काल मरम्मत के लिए जल निगम की कार्यदायी संस्था को कार्यस्थल पर बुलाया गया. जल निगम की कार्यदायी संस्था स्वेज कंपनी द्वारा सीवर लाइन से हो रही लीकेज की मरम्मत कराने के लिए कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है. जल निगम द्वारा सीवर लाईन से हो रहे रिसाव की मरम्मत कराते हुए रेस्टोरेशन का कार्य कराया जाएगा. रेस्टोरेशन का कार्य पूर्ण होते ही लोक निर्माण विभाग द्वारा मार्ग की मरम्मत का कार्य पूर्ण करा दिया जाएगा.
जल संस्थान जोन 7 के अधिशासी अभियंता अनिरुद्ध भारती ने बताया कि यह मुख्य सीवर लाइन है. जिससे अलीगंज, विकासनगर और फैजुल्लागंज तक का सीवर भरवारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाया जाता है. हाल ही में कुर्सी रोड टेढ़ी पुलिया स्वर पंपिंग स्टेशन को डायवर्ट करके इसी लाइन से मिला दिया गया. इसी वजह से इस पर बोझ बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि विकास नगर में लगातार पाइपलाइन फटने से सड़क फट जाती है. जल संस्थान की मेंटिनेंस एजेंसी स्वेज के क्लस्टर हेड संजीव साही ने बताया कि दिल्ली से विशेष टीम अपने उपकरण लेकर दो दिन बाद लखनऊ आएगी. इसके बाद में मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा लगभग एक महीने का समय इसमें लग सकता है. लगभग एक से डेढ़ करोड़ का खर्च कि मेंटेनेंस पर आएगा. कानपुर आईआईटी को फिलहालइस समस्या के स्थाई समाधान के लिए रिसर्च करने को कहा गया है. उनकी टीम भी बहुत जल्दी विकासनगर आएगी. दूसरी और विकास नगर के लोग इस वजह से बहुत परेशान हैं. जहां या गढ्ढा हुआ है उसके ठीक सामने सेक्टर 4 विकासनगर में डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाले शिवम बताते हैं कि दोपहर तक उनका धंधा ₹4000 का हो जाता था. अब ₹200 की दुकानदारी हो पा रही है. दुकान का किराया निकलना भी मुश्किल हो जाएगा. इस समस्या के स्थाई समाधान की नितांत आवश्यकता है.
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