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RO-ARO पेपर लीक मामला: बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन को सशर्त जमानत - ALLAHABAD HIGH COURT

पारुल सोलोमन को ATS ने गत 26 सितंबर 2024 को RO-ARO पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था.

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पारुल सोलोमन की सशर्त जमानत (Photo Credit- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 22, 2024, 10:29 PM IST

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरओ, एआरओ पेपर लीक मामले में आरोपी बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की सशर्त जमानत मंजूर कर ली है. यह आदेश न्यायमूर्ति संजय कुमार पचौरी ने दिया है.

पारुल सोलोमन को एसटीएफ ने गत 26 सितंबर को पेपर लीक मामले में गिरफ़्तार कर जेल भेजा था. इस मामले में उनका नाम स्कूल के एक शिक्षक के बयान के आधार पर शामिल किया गया है. जमानत के समर्थन में कहा गया कि याची के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है. उसे झूठा फंसाया गया है.

याची ने गत दो जुलाई को भारतीय न्याय संहिता की धारा 121, 324(4), 333, 74, 76, 351(2), 309(4) के तहत स्कूल प्रबंधन के व्यक्तियों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज कराई और फिर 11 जुलाई को विद्यालय प्रबंधन के व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(1), 308(7), 78(2), 351(2) के तहत कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई. इसी कारण रंजिश वश स्कूल प्रबंधन ने याची को इस मामले में फंसाया है.

बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल को एसटीएफ ने किया था अरेस्ट: 11 फरवरी को जिस वक्त आरओ एआरओ परीक्षा हुई, उस वक्त प्रयागराज के कर्नल गंज थाना क्षेत्र स्थित बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन थी. इसी स्कूल में परीक्षा से जुड़े कार्य देखने वाले अर्पित विनीत का नाम पेपर लीक केस से जुड़ा था. उन पर आरोप था कि उसने पेपर को गैंग से जुड़े लोगों के पास भेजा था.

उसकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने पारुल सोलोमन से पूछताछ की थी. शुरुआती जांच में पेपर लीक में उसकी मिलीभगत साबित नहीं हो पायी. बाद की जांच में खुलासा हुआ कि उस वक्त की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की मिलीभगत से पेपर लीक हुआ. इसके बाद एसटीएफ ने 26 सितंबर 2024 (गुरुवार) को उसे गिरफ्तार कर लिया था.

प्रिंसिपल की कुर्सी से हटाने को लेकर हुआ है विवाद: पारुल सोलोमन को बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल की कुर्सी से दो महीने पहले हटा दिया गया था. उसके बाद उन्होंने चार्ज नहीं सौंपा था. तब बिशप मॉरिस एडगर दान के साथ पहुंचे. अन्य लोगों ने जबरन पारुल सोलोमन को कुर्सी से घसीटकर हटा दिया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर चर्चा में रहा था. इसके बाद पारुल की तरफ से बिशप समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था. उस वक्त मीडिया के सामने आकर पारुल ने आप बीती सुनायी थी.

ये भी पढ़ें- DAP खाद न मिलने से परेशान किसान ने खेत में कर ली आत्महत्या

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरओ, एआरओ पेपर लीक मामले में आरोपी बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग की पूर्व प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की सशर्त जमानत मंजूर कर ली है. यह आदेश न्यायमूर्ति संजय कुमार पचौरी ने दिया है.

पारुल सोलोमन को एसटीएफ ने गत 26 सितंबर को पेपर लीक मामले में गिरफ़्तार कर जेल भेजा था. इस मामले में उनका नाम स्कूल के एक शिक्षक के बयान के आधार पर शामिल किया गया है. जमानत के समर्थन में कहा गया कि याची के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है. उसे झूठा फंसाया गया है.

याची ने गत दो जुलाई को भारतीय न्याय संहिता की धारा 121, 324(4), 333, 74, 76, 351(2), 309(4) के तहत स्कूल प्रबंधन के व्यक्तियों के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज कराई और फिर 11 जुलाई को विद्यालय प्रबंधन के व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(1), 308(7), 78(2), 351(2) के तहत कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई. इसी कारण रंजिश वश स्कूल प्रबंधन ने याची को इस मामले में फंसाया है.

बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की पूर्व प्रिंसिपल को एसटीएफ ने किया था अरेस्ट: 11 फरवरी को जिस वक्त आरओ एआरओ परीक्षा हुई, उस वक्त प्रयागराज के कर्नल गंज थाना क्षेत्र स्थित बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन थी. इसी स्कूल में परीक्षा से जुड़े कार्य देखने वाले अर्पित विनीत का नाम पेपर लीक केस से जुड़ा था. उन पर आरोप था कि उसने पेपर को गैंग से जुड़े लोगों के पास भेजा था.

उसकी गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने पारुल सोलोमन से पूछताछ की थी. शुरुआती जांच में पेपर लीक में उसकी मिलीभगत साबित नहीं हो पायी. बाद की जांच में खुलासा हुआ कि उस वक्त की प्रिंसिपल पारुल सोलोमन की मिलीभगत से पेपर लीक हुआ. इसके बाद एसटीएफ ने 26 सितंबर 2024 (गुरुवार) को उसे गिरफ्तार कर लिया था.

प्रिंसिपल की कुर्सी से हटाने को लेकर हुआ है विवाद: पारुल सोलोमन को बिशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल की प्रिंसिपल की कुर्सी से दो महीने पहले हटा दिया गया था. उसके बाद उन्होंने चार्ज नहीं सौंपा था. तब बिशप मॉरिस एडगर दान के साथ पहुंचे. अन्य लोगों ने जबरन पारुल सोलोमन को कुर्सी से घसीटकर हटा दिया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर चर्चा में रहा था. इसके बाद पारुल की तरफ से बिशप समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया था. उस वक्त मीडिया के सामने आकर पारुल ने आप बीती सुनायी थी.

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