पटनाः बिहार में सरकार बदलने के साथ ही भ्रष्टाचार को लेकर राष्ट्रीय जनता दल को कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. सरकार की ओर से पूर्व मंत्रियों के विभागों की जांच की बात कही जा रही है. सीएम नीतीश कुमार ने भी विश्वास मत के दिन सदन में राजद के पूर्व मंत्रियों के विभाग की जांच की बात कही थी. राष्ट्रीय जनता दल की ओर से इसपर सवाल उठाए जा रहे हैं.
तीन पूर्व मंत्री के विभागों की होगी जांचः बता दें कि सरकार के गठन के दौरान विधायकों की खरीद फरोख्त की चर्चा हुई थी. मामले को नीतीश कुमार ने गंभीरता से लिया था. तीन पूर्व मंत्रियों के विभाग की जांच का निर्णय लिया गया. तेजस्वी यादव, ललित यादव, रामानंद यादव के खिलाफ जांच की बात कही जा रही है.
सीएम नीतीश कुमार कराएंगे जांचः महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव के पास स्वास्थ्य, पथ निर्माण समेत पांच विभाग थे. ललित यादव लोक स्वास्थ्य व अभियंत्रण मंत्री थे. रामानंद यादव खनन मंत्री थे. इन्हीं तीन मंत्रियों के खिलाफ जांच की बात सीएम नीतीश कुमार ने कही थी.
राजद ने उठाए सवालः राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पार्टी विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा है कि अगर जांच ही करनी है तो तमाम मंत्रियों की जांच कराई जानी चाहिए. मुख्यमंत्री के विभागों की जांच भी होनी चाहिए. सिर्फ राष्ट्रीय जनता दल के तीन मंत्रियों के खिलाफ जांच क्यों. विधायक ने कहा कि बिहार में चारों ओर भ्रष्टाचार का बोलबाला है. बिना पैसे लिए कोई काम नहीं हो रहा है. सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने का काम कर रही है.
"पिछले 18 साल से नीतीश कुमार ही सीएम हैं. नीतीश कुमार जांच कराने की बात कर रहे हैं. उन्हीं के विभाग की जांच की जाए कि कैसे पलटी मारकर इधर-उधर कर रहे हैं. भ्रष्टाचार तो चारो तरफ हो रहा है. थाना, प्रखंड, कोर्ट कचहरी सब जगह जनता त्राहिमाम है. पूरे सरकार के कार्यकाल की जांच हो. सीएम नीतीश कुमार के भी विभागों की जांच हो." -रामानुज प्रसाद, आरजेडी विधायक
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