पटना: बिहार से इंडिया गठबंधन बनाने की मुहिम शुरू हुई थी. तब नीतीश कुमार साथ थे. लेकिन, जैसे ही नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन को छोड़ वैसे ही इंडिया गठबंधन की धार कुंद पड़ती गई. लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. पहले चरण के लिए नामांकन का दौर शुरू हो गया है, लेकिन इंडिया गठबंधन (बिहार में महागठबंधन है) में अब तक सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बनाई है.
सीट को लेकर मचा है घमासानः बिहार में 40 लोकसभा सीट है. महागठबंधन के घटक दल ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीट पर लड़ना चाहते हैं. कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल के बीच घमासान मची है. कांग्रेस पार्टी की ओर से 10 लोकसभा सीटों की सूची राष्ट्रीय जनता दल को दी गई है. ये सीट हैं किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, बेगूसराय, सुपौल, समस्तीपुर, पूर्वी चंपारण, बाल्मीकि नगर, औरंगाबाद और सासाराम. सीट शेयरिंग से पहले लालू ने उम्मीदवारों को सिंबल देना भी शुरू कर दिया है. सीपीआई ने भी बेगूसराय सीट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है.
कांग्रेस से पूछे बगैर सीपीआई को बेगूसराय सीटः बेगूसराय और औरंगाबाद सीट को लेकर लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस से पूछे बगैर फैसला ले लिया है. बेगूसराय लोकसभा सीट वाम दल के लिए छोड़ दिया गया है. बेगूसराय सीट से कांग्रेस कन्हैया को चुनाव मैदान में उतरना चाहती थी. लेकिन, सीट शेयरिंग से पहले ही बेगूसराय सीट सीपीआई को दे दिया गया. वहां से अवधेश राय उम्मीदवार होंगे. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी जब कन्हैया कुमार बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे थे, तब राष्ट्रीय जनता दल की ओर से उम्मीदवार उतार दिया गया था.
कांग्रेस में शामिल पप्पू को लग सकता है झटकाः औरंगाबाद लोकसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी पूर्व राज्यपाल निखिल सिंह को मैदान में उतरना चाहती थी. कांग्रेस द्वारा जो सूची सौंप गई थी उसमें औरंगाबाद सीट थी लेकिन बातचीत से पहले ही लालू ने औरंगाबाद सीट पर अभय कुशवाहा को उम्मीदवार बना दिया. वो भी जदयू से उम्मीदवार को इंपोर्ट किया गया. पिछले कई महीनों से पूर्णिया लोकसभा सीट पर तैयारी कर रहे पप्पू यादव को कांग्रेस पार्टी में शामिल कराया गया. सूत्रों के अनुसार पूर्णिया लोकसभा सीट से लालू प्रसाद यादव जदयू विधायक बीमा भारती को उम्मीदवार बनाना चाहते हैं. शनिवार देर शाम बीमा भारती ने जदयू से इस्तीफा भी दे दिया.
कटिहार और समस्तीपुर सीट पर भी जिचः कांग्रेस पार्टी जहां कटिहार लोकसभा सीट पर पूर्व सांसद तारीक अनवर को उम्मीदवार बनाना चाहती है, वहीं लालू प्रसाद यादव अशफाक करीम को वहां राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़वाना चाहते हैं. अशफाक करीम लालू प्रसाद यादव के करीबी हैं और राज्यसभा सांसद थे. इस बार अशफाक करीम को राज्यसभा नहीं भेजा जा सका. समस्तीपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस तमिलनाडु के पूर्व डीजी बीके रवि को चुनाव लड़ना चाहती है. वहीं लालू प्रसाद आईपी गुप्ता (तांती जाति के हैं) को चुनाव लड़ाना चाहते हैं.
बीच का रास्ता निकलने की उम्मीदः राष्ट्रीय जनता दल प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि इंडिया गठबंधन में कोई विवाद नहीं है. जल्द ही सीटों का बंटवारा कर लिया जाएगा. राष्ट्रीय जनता दल नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के किसी भी नेता ने राष्ट्रीय जनता दल को लेकर कुछ नहीं कहा है. कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि सीट शेयरिंग का मुद्दा जल्द ही सुलझ जाएगा. आने वाले कुछ घंटे में इस पर मुहर भी लग जाएगी. कांग्रेस नेता ने कहा कि आने वाले एक-दो दिनों में सीट शेयरिंग पर फैसला हो जाएगा.
"महागठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग बड़ी चुनौती है. जिन-जिन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा करना चाहती है उन सीटों पर लालू प्रसाद यादव लगातार उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं. अगर कांग्रेस पार्टी को महागठबंधन में रहना है तो लालू की शर्तों पर रहना पड़ेगा, ऐसा पहले भी देखा गया है. लालू प्रसाद यादव के रुख से स्पष्ट है कि आगे भी स्थिति वैसी ही रहेगी."- प्रवीण बागी, राजनीतिक विश्लेषक
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