डूंगरपुर: राइजिंग राजस्थान के तहत जिला प्रशासन और उद्योग केंद्र की ओर से डूंगरपुर इन्वेस्टर समिट का आयोजन शुक्रवार को शहर के एक होटल में किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह की मौजूदगी में 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के इन्वेस्ट को लेकर एमओयू का आदान-प्रदान किया गया. 63 इन्वेस्टर ने डूंगरपुर ने नए उद्योग, होटल, कॉलेज में इन्वेस्ट को लेकर रूचि दिखाई. इससे डूंगरपुर में 7 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा.
शहर के होटल लेक व्यू में आयोजित डूंगरपुर इन्वेस्टर समिट में कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, जिला परिषद सीईओ हनुमान सिंह, लघु उद्योग भारती के प्रदेश महामंत्री योगेंद्र कुमार शर्मा, उद्याग विभाग के संयुक्त निदेशक पीएन शर्मा, उद्योगपति विनोद जोशी की मौजूदगी में हुआ. जिला उद्योग अधिकारी मंजू माली ने बताया कि डूंगरपुर इन्वेस्टर समिट के माध्यम से जिले में 63 उद्यमियों ने अलग-अलग उद्योग और व्यवसाय में इन्वेस्ट करने में रूचि दिखाई है.
इसमें 1 हजार 149 करोड़ 23 लाख रुपये के इन्वेस्ट के लिए एमओयू किए गए है. इससे डूंगरपुर जिले में 7 हजार लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने कहा कि डूंगरपुर में नए उद्योग और इंडस्ट्री को लेकर कई संभावनाएं हैं. सरकार की ओर से नई इंडस्ट्री को लेकर कई सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है. इससे उद्योगपतियों को यहां अपना उद्योग स्थापित करने में कई सहूलियत मिलेगी.
डूंगरपुर इन्वेस्टर समिट में गीतांजलि इंस्टीट्यूट ने सीमलवाड़ा में 400 करोड़ में प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोलने के लिए एमओयू किया है. इसके अलावा एकलव्य फाउंडेशन ट्रस्ट ने सागवाड़ा में 118 करोड़ रुपये में शिक्षा के क्षेत्र में स्टेट प्राइवेट यूनिवर्सिटी खोलने में दिलचस्पी दिखाई है. एमबी हेल्थ एंड हाइजिन ने आयुर्वेदा कॉलेज के लिए 100 करोड़, कामाक्षा नर्सिंग एजुकेशन सोसायटी सागवाड़ा की ओर से मेडिकल कॉलेज के लिए 100 करोड़ रुपये का एमओयू किया है.