रीवा। जिले के त्योथर विधानसभा क्षेत्र के मनिका गांव में हुई दर्दनाक घटना ने सब को हिलाकर कर रख दिया. खुले बोरवेल में गिरे मयंक की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद रेस्क्यू टीम ने अभियान चलाया जेसीबी के माध्यम से खुदाई का कार्य भी करवाया गया. 50 फीट का एक बड़ा गड्ढा खोदा गया. 46 घंटे तक चले लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 6 वर्षीय मासूम मयंक आदिवासी का शव NDRF टीम ने बरामद किया. शव को पोस्टमार्टम के लिऐ त्योंथर सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र ले जाया गया. वहीं घटना को लेकर नारजगी जाहिर करते हुए सीएम मोहन यादव ने सख्त तेवर दिखाए हैं. उन्होंने जनपद CEO और त्योंथर पीएचई SDO को तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.
46 घंटे तक चले रेस्क्यू के बाद बरामद हुआ था मयंक का शव
बता दें की शुक्रवार की दोपहर 6 वर्षीय मयंक अदिवासी घर से कुछ दूर गेहूं के खेत में अपने दोस्तो के साथ खेलने के लिए गया था. इसी दौरान वह खेत में खुले एक बोरवेल में जा गिरा. परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी. मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने SDERF और NDRF की टीम को मौके पर बुलाया. टीम ने पहुंचकर रेस्क्यू आभियान चलाया. मासूम मयंक को सुरक्षित बोरवेल से बहर निकालने के लिऐ 46 घंटे तक रेस्क्यू किया गया. जिसके बाद NDRF की टीम ने मयंक के शव को बरामद किया. मयंक के शव को लेकर पुलिस और डॉक्टरो की टीम अस्पताल पहुंची. जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा.
सीएम मोहन यादव ने लिया बड़ा एक्शन
घटना के बाद सीएम मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लिया है. उन्होनें सोशल मीडिया X पर ट्वीट करके जनपद CEO राहुल पाण्डेय और त्योंथर पीएचई SDO आनंद तिवारी को निलंबित करने के दिए निर्देश हैं. बोरवेल में गिरकर हुई 6 वर्षीय मयंक आदिवासी की मौत पर दुख जताया है. सीएम मोहन यादव ने कहा है की 'दुख की इस घड़ी में मध्य प्रदेश की सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़ी है. सीएम ने प्रदेश के लोगों से अपील भी की है की इस तरह के बोरवेल को खुला न रखें. जिससे इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. X पर ट्वीट करते हुए सीएम मोहन यादव ने यह भी जानकारी दी है की पीड़ित परिवार को रेडक्रास की ओर से 4 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई है.'