रीवा। कलेक्ट्रेट कार्यालय इन दिनों जालसाजों की काली कमाई करने का जरिया बन चुका है. महिला बाल विकास में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किए जाने का एक मामला सामने आया है. एक जालसाज महिला ने एक युवक और दो युवतियों को अपने मायाजाल में फंसा कर तकरीबन 7 लाख 50 हजार रुपए की ठगी कर ली. ठगी का शिकार हुए पीड़ितों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.
फर्जी महिला बाल विकास अधिकारी बनकर ठगी
खुद के साथ ठगी की शिकायत लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे युवक विवेक कुमार पांडेय ने बताया की वह वर्ष 2022 में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचा था, वहां पर इसकी मुलाकात अंजली पटेल से हुई थी. अंजली पटेल ने खुद को महिला बाल विकास की आधिकारी बताया और सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया. जालसाज महिला अंजली पटेल ने युवक और दो युवतियों से ढाई-ढाई लाख रुपए ऐंठ लिए.
पीड़ितों ने थाने में की शिकायत
दो साल बीत जाने के बाद जब युवक और युवतियों को नौकरी नहीं मिली, इसके बाद उन्हें खुद के साथ हुइ ठगी का एहसास हुआ. ठगी की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई और पुलिस अधीक्षक से मिलकर भी शिकायत की. सिविल लाइन थाने पहुंचे पीड़ितों ने पुलिस पर ठीक ढंग से कार्रवाई न करने के आरोप लगाए हैं.
मामले की जांच जारी
इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह का कहना है कि "शिकायत प्राप्त हुई है कुछ लड़की और लड़के आए थे उनका कहना है की नौकरी दिलाने के नाम पर उनके साथ ठगी हुई है. उन्होंने इसकी शिकायत थाने में की है. अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है. मामले में जो भी आरोपी पाए जाते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."