रीवा। अपनी बयानबाजी को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले रीवा संसदीय सीट से सांसद जनार्दन मिश्रा एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में सांसद जनार्दन मिश्रा यह कहते हुए दिखाई दे रहें हैं कि ''आज हमारे ऊपर आरोप लगते हैं कि भारतीय जानता पार्टी सांप्रदायिक पार्टी है लेकिन ऐसा नहीं है बीजेपी तो छत्रपति शिवाजी की पार्टी है. हम तो शिवाजी की पूजा करते हैं, क्योंकि हम मातृभूमि के लिए सर कटाने वाले लोग हैं.''
सासंद जनार्दन मिश्रा का वीडियो वायरल
बता दें की वायरल वीडियो बीते 9 मार्च का है. शहर के रतहरा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रतिमा व पार्क का लोकार्पण कार्यक्रम का अयोजन किया गया था. कार्यक्रम में प्रदेश की डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला सहित अन्य बीजेपी नेता उपस्थित रहे. इसी दौरान अपने बयानबाजी को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले सांसद जनार्दन मिश्रा ने अपने भाषण के दौरान कुछ एसा बयान दे डाला कि एक बार फिर वह सोशल मीडिया में छा गए और उनके बयानबाजी का सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा.
बीजेपी को बताया छत्रपति शिवाजी महाराज की पार्टी
सासंद जनार्दन मिश्रा ने कहा कि ''भारतीय जनता पार्टी छत्रपति शिवाजी की पार्टी है.'' उनका यह बयान उस समय वायरल हुआ जब भारतीय जानता पार्टी ने तीसरी बार उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया है. उनके द्वारा दिए गए इस बयान को लोग अब चुनावी स्टंट मान रहे हैं. यह पहला ऐसा मामला नहीं है जब सासंद जनार्दन मिश्रा अपने बायनबाजी को लेकर सुर्खियो में आए हों. इससे पूर्व भी उन्होंने कई इसे बयान दिए हैं जिसके चलते वह देश भर में चर्चा का विषय बने रहे.
समाज को तोड़ने वाली राजनीती न हो
इसके आलावा सांसद जनार्दन मिश्रा ने अपने भाषण में कहा कि ''हम मातृभूमि की पूजा और छत्रपति शिवाजी की सेवा इसलिए करते हैं, ताकि इस देश में समाज को तोड़ने वाली राजनीती न हो और समाज का दमन करने वाली राजनीती न हो. समाज में तुष्टिकरण की राजनीती न हो समाज में सबको बराबर का दर्जा देने वाली राजनीति हो. इसलिए हम छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा करते हैं.''
सांसद ने सुनाई वीर शिवाजी छत्रपति महाराज की शौर्यगाथा
सांसद जनार्दन मिश्रा यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि ''वीर शिवाजी ने मुगल शासक को दक्षिण में पैर नहीं रखने दिया और उत्तर से मारकर खदेड़ दिया और दिल्ली की सल्तनत पर पैर जमाने का काम किया था. एक छोटे से दीवान के सुपुत्र जिनके पिता ने उन्हें उत्साहित किया लेकिन धन्य है वो मां जिसने शिवाजी जैसे बालक को जन्म देकर पाला पोसा. दर दर भटकने के बावजूद उस शौर्य को बढ़ाने का काम किया और किशोर अवस्था में शिवाजी महाराज ने कई बड़े काम किये.''