पटना : 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस परेड में 8 साल बाद बिहार की झांकी दिखेगी. बिहार की झांकी में जल जीवन हरियाली और छठ पूजा को दर्शाया जाएगा. बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश समेत 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां का चयन किया गया है.
8 साल बाद दिल्ली में बिहार की झांकी : बता दें कि पिछले कई सालों से बिहार की झांकी को लगातार रिजेक्ट किया जा रहा था. हालांकि डबल इंजन की सरकार में अब बिहार की झांकी भी 26 जनवरी को दिल्ली पैरेड में दिखेगी. वैसे जब झांकी को रिजेक्ट किया जाता था तो विपक्ष इसपर चुटकी भी लेता था.
'बिहार को अब इग्नोर करना संभव नहीं' जेडीयू प्रवक्ता हिमराज राम ने कहा है कि, यह बिहार के लिए गौरव की बात है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्लोबल थिंकर के रूप में आज जल जीवन हरियाली के कारण जाने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री की जल जीवन हरियाली योजना की चर्चा देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है. बिहार को अब इग्नोर करना संभव नहीं है.
''बिहार के लिए यह गौरव की बात है कि जल जीवन हरियाली को झांकी के रूप में इस बार गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में दिखाया जाएगा. साथ ही बिहार के छठ पूजा को भी दर्शाया जाएगा. यह हम लोगों के लिए खुशी की बात है. क्योंकि छठ पूजा में लाखों लोग बिहार आते हैं और समानता का इसमें प्रदर्शन होता है.''- हिमराज राम, जेडीयू प्रवक्ता
पिछली बार नहीं मिली थी जगह : यहां यह बताना भी जरूरी है कि पिछली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा जल योजना को झांकी के लिए भेजा गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे स्वीकृत नहीं किया था, उस समय नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार चला रहे थे. तब केंद्र सरकार पर बिहार की अनदेखी करने का आरोप भी लगाया था. लेकिन इस बार नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट जल जीवन हरियाली और बिहार के महापर्व छठ पूजा दी गई है. इस बार नीतीश कुमार एनडीए के साथ बिहार में सरकार चला रहे हैं. केंद्र में भी जेडीयू भागीदार है.
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