लातेहारः अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित लातेहार विधानसभा सीट पर पिछले पांच चुनावों में बैद्यनाथ राम और प्रकाश राम के बीच सीधा मुकाबला होता आया है. इसमें तीन बार बैद्यनाथ राम ने जीत दर्ज की है तो दो बार प्रकाश राम ने बाजी मारी है. ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव में भी दोनों नेताओं के बीच टक्कर होने की पूरी संभावना है.
लगातार दो बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड
लातेहार विधानसभा का इतिहास काफी रोचक रहा है. यहां से लगातार दो बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड मात्र एक प्रत्याशी हरि दर्शन राम के नाम है. हरि दर्शन राम कांग्रेस की टिकट पर लातेहार विधानसभा से लगातार दो बार 1980 और 1985 के चुनाव में जीत हासिल किए थे. उसके बाद से आज तक और उनसे पहले भी कोई भी प्रत्याशी लगातार दो बार यहां से चुनाव नहीं जीता है.
1999 से दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला
वहीं वर्ष 1999 से लातेहार विधानसभा का चुनाव मुख्य रूप से दो प्रत्याशियों के इर्द-गिर्द ही घूमता रहा है. इनमें वर्तमान विधायक बैद्यनाथ राम और पूर्व विधायक प्रकाश राम शामिल हैं. बैद्यनाथ राम तीन बार लातेहार के विधायक रह चुके हैं, जबकि प्रकाश राम दो बार चुनाव जीते हैं.
दल बदल कर चुनाव जीतने का है रिकॉर्ड
लातेहार विधानसभा में पिछले पांच चुनाव में जीतने वाले प्रत्याशी दल बदल कर ही चुनाव लड़े हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो बैद्यनाथ राम सबसे पहले यहां वर्ष 1999 में जदयू की टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीते थे. वहीं वर्ष 2005 के चुनाव में बैद्यनाथ राम भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन राजद के प्रकाश राम ने उन्हें हरा दिया था.
वहीं वर्ष 2009 के चुनाव में बैद्यनाथ राम फिर से भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़े थे और काफी मामूली अंतर से राजद के प्रकाश राम को हराने में सफल रहे थे.इसके बाद वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में प्रकाश राम जेवीएम की टिकट पर चुनाव लड़े थे. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन राम को बड़े अंतर से हरा दिया था. वहीं वर्ष 2019 के चुनाव में बैद्यनाथ राम झामुमो की टिकट से चुनाव लड़े और भाजपा प्रत्याशी प्रकाश राम को बड़े अंतर से हराया था.
बैद्यनाथ राम और प्रकाश राम में सीधी टक्कर
इस बार भी दोनों संभावित प्रत्याशी आमने-सामने हैं. संभावना है कि बैद्यनाथ राम झामुमो से और प्रकाश राम भाजपा से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि भाजपा में कई अन्य दावेदार भी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. लेकिन प्रकाश राम की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है.
क्या कहते हैं राजनीति के जानकार
लातेहार विधानसभा क्षेत्र की राजनीति पर पकड़ रखने वाले महेंद्र प्रसाद बताते हैं कि लातेहार जिले में बदलाव का इतिहास रहा है. उन्होंने कहा कि लातेहार विधानसभा से पलामू लोकसभा क्षेत्र का भी रास्ता खुलता था. लातेहार के दो बार विधायक रह चुके रामदेव राम पलामू लोकसभा चुनाव में दो बार सांसद भी रह चुके हैं. इसी प्रकार लातेहार के पूर्व विधायक ब्रजमोहन राम भी दो टर्म पलामू लोकसभा के सांसद रहे हैं.
3 लाख 7 हजार वोटर करेंगे मतदान
लातेहार विधानसभा क्षेत्र में कल 3 लाख 7 हजार वोटर हैं. इनमें 1 लाख 56000 पुरुष मतदाता और 1 लाख 51 हजार महिला मतदाता शामिल हैं. विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक जनसंख्या आदिवासी की है. एक अनुमान के मुताबिक लातेहार में आदिवासी मतदाताओं की संख्या लगभग 35 प्रतिशत है, लगभग 30 प्रतिशत ओबीसी मतदाता हैं, 12 प्रतिशत अनुसूचित जाति मतदाता हैं और 10% मुस्लिम मतदाता शामिल हैं. शेष अन्य मतदाता हैं.
लातेहार में पांच प्रखंड और 56 पंचायत हैं
लातेहार विधानसभा क्षेत्र में कुल पांच प्रखंड हैं. इसके अंतर्गत कुल 56 पंचायत शामिल हैं. लातेहार विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदान केंद्र की संख्या 358 है.
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