प्रयागराज: प्रयागराज में रिमोट लाइफब्वॉय चल रहे माघ मेला में डूबने वाले श्रद्धालुओं के लिए सहारा बन रहा है. जल पुलिस इस रिमोट लाइफब्वॉय का इस्तेमाल करके संगम के साथ ही गंगा यमुना के घाट पर डूबने वालों की जिंदगी बची रही है. जल पुलिस ने मेला क्षेत्र में 6 अलग अलग स्थानों पर इस रिमोट लाइफब्वॉय को पानी लगाया गया है. यह जरूरत पड़ने पर यह डूबने वालों के लिए मददगार साबित हो रहा है. पिछले चार सालों में इसकी मदद से 20 लोगों की जिंदगी बचायी जा चुकी है. जल पुलिस भी अब तक करीब 100 लोगों को डूबने से बचा चुकी है.
प्रयागराज में इन दिनों माघ मेला चल रहा है. माघ मेला में लाखों की संख्या में स्नानार्थी गंगा यमुना के साथ ही संगम और अन्य घाटों पर स्नान करने जुट रहे हैं. इस दौरान गंगा के अलग-अलग घाटों और संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए स्नानार्थियों का हुजूम उमड़ता है. स्नान करने आने वाले लाखों गंगा भक्तों को सुरक्षित स्नान के बाद सकुशल वापस भेजने तक उनकी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किये जाते हैं.
प्रयागराज में जल पुलिस को भी लोगों डूबने से बचाने वालों के लिए आधुनिक उपकरणों से लैस किया गया है. प्रयागराज की जल पुलिस को रिमोट लाइफब्वॉय जैकेट की सौगात दी गयी है. जल पुलिस पिछले कई सालों से माघ मेला में डूबने वालों को बचाने का काम कर रही है. बिजली से चार्ज होने के बाद इस रिमोट लाइफब्वॉय जैकेट का प्रयोग करके जल पुलिस डूबते हुए लोगों की जिंदगी बचायी जा रही है.
80 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार: एक बार फुल चार्ज होने के बाद ये रिमोट लाइफब्वॉय जैकेट पानी के ऊपर अधिकतम 80 किलोमीटर तक की रफ्तार से चल सकता है. पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि रिमोट लाइफब्वॉय से जल पुलिस स्नानार्थियों को सुरक्षित स्नान कराती है. इस के साथ ही उन्होंने बताया कि जल पुलिस इस रिमोट लाइफब्वॉय के जरिये कुछ ही पलों में डूबने वाले व्यक्ति के पास तक पहुंचा जा सकता है. जहां तैराक, नाविक या मोटरबोट से पहुंचने में अक्सर देर हो जाती है. ऐसे में ये रिमोट लाइफ ब्वॉय जीवन रक्षक साबित हो रहा है.
रिमोट से चलता है लाइफब्वॉय: गंगा यमुना के गहरे पानी लोगों की जिंदगी बचाने वाला रिमोट लाइफब्वॉय रिमोट से चलता है. पानी में रिमोट की मदद से रिमोट लाइफब्वॉय चलाया जाता है. जल पुलिस के ट्रेंड जवान इसको रिमोट से चलाते हैं. इसे बिजली से चार्ज किया जाता है. अभी जल पुलिस के पास 6 रिमोट लाइफब्वॉय हैं. इनको संगम पर अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया जाता है. इसके साथ ही किला और वीआईपी घाट पर भी रिमोट लाइफब्वॉय को रखा जाता है.
ये भी पढ़ें- कृष्णा नदी में मिली रामलला जैसी प्राचीन भगवान विष्णु की मूर्ति और शिवलिंग