प्रयागराज: संगम नगरी में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान में विश्व कल्याण के लिए विशेष आयोजन शुरू किया गया है. जहां पर 33 दिनों तक दिन रात 24 घंटे अखंड रुद्री पाठ शुरू कर दिया गया है. 504 वेदपाठी ब्राह्मणों के द्वारा किये जाने वाले इस आयोजन से एक रिकार्ड भी कायम होगा, जिसे एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ ही इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाएगा.
संगम की धरती पर चल रहे महाकुंभ मेला 2025 में जहां सरकार की तरफ से किये जा रहे कार्यो का रिकॉर्ड बनेगा. वहीं, महाकुंभ के विशाल आयोजन में शामिल होने के लिए आने वाली देश भर की सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं भी विशेष तरह के बड़े आयोजन करके अपना योगदान कर रही हैं. इसी कड़ी में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान में 33 दिनों तक अनवरत विभिन्न प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन किये जाएंगे. जिसमें धार्मिक गुरुओं के साथ ही राजनैतिक, फिल्मी जगत से जुड़ी हस्तियां भी शामिल होने पहुंचेंगी.
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33 दिनों में 500 बटुक करेंगे 2561328 वैदिक मंत्रों का जप : 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ मेले में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का 9 एकड़ में विशाल शिविर बनाया गया है. जहां पर सनातन धर्म संस्कृति की विशेष झलक देखने को मिलती है. महाकुंभ के सेक्टर 9 में बनाये गए इस शिविर में विशाल शिव प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसके साथ ही इस शिविर में एक ऐसा आयोजन किया जा रहा है जो मेला क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर कहीं और नहीं किया जा रहा है. दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की साध्वी तपेश्वरी भारती ने बताया कि उनके आश्रम की तरफ से विश्व और मानवता कल्याण के लिए महाकुंभ में वेदों के मंत्रों का जप करवाने के लिए विशेष आयोजन किया गया है. जिसके तहत शिविर के मध्य में एक विशाल पांडाल बनाया गया है. जहां पर दिन रात अलग - अलग शिफ्ट में बैठकर बटुक ब्राह्मणों के द्वारा अखंड रुद्री पाठ का आयोजन किया गया है.
500 ब्राह्मणों की टोली मिलकर 33 दिनों में 25 लाख 61 हजार 328 वैदिक मंत्रों का जप किया जाएगा. इस अखंड रुद्री पाठ का आयोजन जिस स्थल पर किया जा रहा है, वहां पर वैदिक मंत्रोच्चार के उच्चारण की वजह से ऐसे ऊर्जा क्षेत्र का निर्माण हो जाएगा जिससे कि उस क्षेत्र में आने पर हर व्यक्ति के मन में विशेष प्रकार की शांति का आभास होगा और लोगों को आत्मीय सुकून प्राप्त होगा.
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