रतलाम : रतलाम रेल मंडल में बुधवार सुबह रतलाम- नीमच रेल मार्ग पर दुर्घटना होने की सूचना मिलने पर हड़कंप मच गया. सुबह करीब 7:30 रेलवे का इमरजेंसी सायरन अचानक बजने लगा. इमरजेंसी ड्यूटी से जुड़े सभी रेलकर्मी तत्काल रतलाम रेलवे स्टेशन पहुंचे और दुर्घटना स्थल के लिए रवाना हुए. हालांकि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि रेलवे की मॉक ड्रिल थी, जिसकी पुष्टि रतलाम रेल मंडल के अधिकारियों ने मॉक ड्रिल पूरी होने के बाद की.
रेलवे के पीआरओ ने मॉक ड्रिल के बाद की पुष्टि
रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीणा ने बताया "रेलवे आपातकाल के समय की जाने वाली गतिविधि की व्यवस्थाओं को परखने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल करता रहता है. दुर्घटना के समय राहत कार्य, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के रिस्पांस टाइम और कर्मचारियों की कार्यकुशलता का परीक्षण भी किया जाता है. इसी के अंतर्गत बुधवार सुबह इमरजेंसी हूटर बजा. सुबह 8:21 पर मॉक ड्रिल पूरी होने के बाद इसकी पुष्टि की गई है."
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इमरजेंसी सायरन बजा तो हरकत में आए रेलवे अफसर
बुधवार सुबह 7:25 बजे जब रेलवे का इमरजेंसी सायरन बजा तो स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ रेलवे के कर्मचारी फौरन हरकत में आए और घटना की जानकारी लेकर बताए गए दुर्घटना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए निकले. दुर्घटना राहत दल भी निर्धारित स्थान के लिए रवाना किया गया. शुरुआती जानकारी में पता चला था कि रतलाम नीमच रेल मार्ग पर मल्हारगढ़ और हड़किया खाल के बीच ट्रेक के पास एक डंपर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. रेल दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी क्षेत्र में सक्रिय हुए और दुर्घटना के बारे में जानकारी ली.