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शुगर मरीजों के लिए अच्छी खबर, कई बार कर सकते हैं अपनी इंसुलिन सिरिंज का इस्तेमाल: रिसर्च - NEEDLE FREE SYRINGE

IIT Bombay के शोधकर्ताओं ने दर्द रहित इंजेक्शन देने के लिए यूनिक शॉकवेव-आधारित सुई-मुक्त सिरिंज डेवलप की है. जो डायबिटीज मरीजों के लिए वरदान होगा...

Sugar patients can use their insulin syringe many times says research
शुगर मरीजों के लिए अच्छी खबर, कई बार कर सकते हैं अपनी इंसुलिन सिरिंज का इस्तेमाल (FREEPIK)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Dec 31, 2024, 1:00 PM IST

आईआईटी बॉम्बे रिसर्च एंड डेवलपमेंट: इंजेक्शन से डरने वालों के लिए राहत की खबर है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने एक यूनिक शॉकवेव आधारित सुई रहित सिरिंज विकसित की है, जो दर्द रहित और सुरक्षित इंजेक्शन लगाती है. यह आविष्कार उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है, जो इंजेक्शन के कारण टीकाकरण और इलाज से बच रहे हैं. यह उन डायबिटीज रोगियों के लिए भी उपयोगी है, जिन्हें बार-बार इंसुलिन इंजेक्शन की आवश्यकता होती है. यह इंफेक्शन के खतरे को भी काफी कम कर सकती है.

कैसे काम करती है ये सिरिंज?
आईआईटी बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने कहा कि यह सुई वाली सिरिंज के विपरीत, शॉक सिरिंज त्वचा में चुभती नहीं है बल्कि उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉक वेव्स) का इस्तेमाल करती है, जो त्वचा को ध्वनि की गति से भी तेज गति से भेदती हुई आगे बढ़ती है. इस शॉक सिरिंज को दवा को तेजी से पहुंचाने के लिए बनाया किया गया है.

विशेषज्ञों का क्या कहना है?
शोधकर्ता प्रियंका हैंकर ने कहा कि शॉक सिरिंज को दवा को जल्दी और सटीक रूप से वितरित करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह सामान्य सीरिंज की तुलना में त्वचा और ऊतकों को कम नुकसान पहुंचाता है. इसका नोजल केवल 125 माइक्रोन (मानव बाल की चौड़ाई) तक सीमित है, जो इसे बहुत कम दर्दनाक बनाता है.

  • शॉकवेव आधारित सुई रहित सिरिंज, डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है...
  • शॉक सिरिंज, सुई रहित और दर्द रहित होती है.
  • यह दवा को माइक्रो-जेट के रूप में त्वचा में तेजी से पहुंचाती है.
  • शॉक सिरिंज से इंजेक्शन लगवाने पर, त्वचा को कम नुकसान होता है और घाव जल्दी ठीक हो जाता है.
  • शॉक सिरिंज का इस्तेमाल कई बार किया जा सकता है.

शॉक सिरिंज के कुछ और फायदे

  • दवा की निरंतर और सटीक डिलीवरी.
  • रक्त-जनित बीमारियों से बचाव.
  • टीकाकरण अभियान को तेज और प्रभावी बनाना.
  • न्यूनतम रखरखाव और लागत-प्रभावशीलता

भविष्य की सम्भावनाएं

शॉक सीरिंज का विकास दर्द रहित इंजेक्शन तक सीमित नहीं है. यह 1000 से अधिक इंजेक्शन देने में सक्षम है और इसकी लागत भी कम है. यह तकनीक उन क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है,जहां बार-बार इंजेक्शन की आवश्यकता होती है. आईआईटी बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने एक अद्वितीय शॉकवेव-आधारित इंजेक्शन-मुक्त सिरिंज विकसित की है. जो दर्द रहित और सुरक्षित रूप से इंजेक्शन दे सकती है.

स्रोत:- https://www.iitb.ac.in/research-highlight/needle-free-shock-syringes-painless-medical-treatments

( नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.)

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कैसे काम करती है ये सिरिंज?
आईआईटी बॉम्बे के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने कहा कि यह सुई वाली सिरिंज के विपरीत, शॉक सिरिंज त्वचा में चुभती नहीं है बल्कि उच्च-ऊर्जा दबाव तरंगों (शॉक वेव्स) का इस्तेमाल करती है, जो त्वचा को ध्वनि की गति से भी तेज गति से भेदती हुई आगे बढ़ती है. इस शॉक सिरिंज को दवा को तेजी से पहुंचाने के लिए बनाया किया गया है.

विशेषज्ञों का क्या कहना है?
शोधकर्ता प्रियंका हैंकर ने कहा कि शॉक सिरिंज को दवा को जल्दी और सटीक रूप से वितरित करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह सामान्य सीरिंज की तुलना में त्वचा और ऊतकों को कम नुकसान पहुंचाता है. इसका नोजल केवल 125 माइक्रोन (मानव बाल की चौड़ाई) तक सीमित है, जो इसे बहुत कम दर्दनाक बनाता है.

  • शॉकवेव आधारित सुई रहित सिरिंज, डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकती है...
  • शॉक सिरिंज, सुई रहित और दर्द रहित होती है.
  • यह दवा को माइक्रो-जेट के रूप में त्वचा में तेजी से पहुंचाती है.
  • शॉक सिरिंज से इंजेक्शन लगवाने पर, त्वचा को कम नुकसान होता है और घाव जल्दी ठीक हो जाता है.
  • शॉक सिरिंज का इस्तेमाल कई बार किया जा सकता है.

शॉक सिरिंज के कुछ और फायदे

  • दवा की निरंतर और सटीक डिलीवरी.
  • रक्त-जनित बीमारियों से बचाव.
  • टीकाकरण अभियान को तेज और प्रभावी बनाना.
  • न्यूनतम रखरखाव और लागत-प्रभावशीलता

भविष्य की सम्भावनाएं

शॉक सीरिंज का विकास दर्द रहित इंजेक्शन तक सीमित नहीं है. यह 1000 से अधिक इंजेक्शन देने में सक्षम है और इसकी लागत भी कम है. यह तकनीक उन क्षेत्रों में क्रांति ला सकती है,जहां बार-बार इंजेक्शन की आवश्यकता होती है. आईआईटी बॉम्बे के शोधकर्ताओं ने एक अद्वितीय शॉकवेव-आधारित इंजेक्शन-मुक्त सिरिंज विकसित की है. जो दर्द रहित और सुरक्षित रूप से इंजेक्शन दे सकती है.

स्रोत:- https://www.iitb.ac.in/research-highlight/needle-free-shock-syringes-painless-medical-treatments

( नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.)

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