रतलाम। रतलाम मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए जाने से पहले पंखे और कूलर का इंतजाम कर लें, क्योंकि अस्पताल पहुंचने के बाद गेट पर ही आपको साफ-साफ कह दिया जाएगा कि यदि आप गर्मी से परेशान नहीं होना चाहते हैं तो आप अपने साथ पंखा या कूलर ले आएं. अस्पताल के आईसीयू वार्ड हो या सीसीयू सभी जगह के एसी महीनों से बंद पड़ें हैं लेकिन इसका सुध लेना वाला कोई अधिकारी नहीं है.
मेडिकल कॉलेज बदहाली का शिकार
रतलाम मेडिकल कॉलेज की बदहाली से लोग परेशान हैं. यहां खून और पेशाब की सामान्य जांच के लिए भी मरीजों को कई चक्कर लगाने पड़ते हैं. वहीं लोगों को यहां पीने का पानी तक नसीब नहीं होता है. बताया जा रहा है कि बीते 3 महीनों से आईसीयू यूनिट का एसी बंद पड़ा है, लेकिन इसकी जानकारी लेने वाला और ठीक कराने वाला कोई नहीं है. वहीं, प्रबंधन प्रशासन को चिट्ठी लिखकर अपनी जिम्मेदारी से बरी हो गया है. कैमरे पर बात करने से इनकार करते हुए कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि इस संबंध में प्रशासन को चिट्ठी लिखी गई है, जिसका कोई जवाब अब तक नहीं आया है.
परिजन कर रहे हैं पंखे और कूलर की व्यवस्था
आईसीयू यानी गहन चिकित्सा इकाई जहां गंभीर रूप से बीमार मरीजों का विशेष केयर के साथ उपचार किया जाता है. यहां भी एसी और पंखे बंद पड़े हैं. आईसीयू यूनिट में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे 2 दर्जन से अधिक मरीज भीषण गर्मी में तड़प रहे हैं. कुछ परिजन किसी तरह पंखे और कुलर का जुगाड़ लगाकर मरीज को राहत दे रहे हैं. लेकिन प्रबंधन के पास इसका कोई समाधान नहीं है. वहीं छोटे बच्चों की सीसीयू में भी महीनों से एसी खराब है.
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गेट पर ही पंखा और कूलर इंतजाम की हिदायत
ईटीवी से बात करते हुए नाम नहीं बताने की शर्त पर कुछ कर्मचारियों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में मरीज की भर्ती के समय गेट पर ही उन्हें पंखा और कूलर लेकर आने की सलाह दी जाती है, क्योंकि व्यवस्था सुधारने को लेकर यहां के अस्पताल प्रबंधन का रवैया उदासीन बना हुआ है.