जयपुर: जोधपुर की सहायक कलेक्टर प्रियंका बिश्नोई की मौत हो गई है. प्रियंका के इलाज में डॉक्टरों पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगा है, जिसकी जांच की जा रही है. RAS अधिकारी प्रियंका बिश्नोई ने निधन पर राजस्थान प्रशासनिक परिषद ने भी नाराजगी जाहिर की है. आरएएस एसोसिएशन ने दोषी अस्पताल एवं चिकित्सक के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की मांग को लेकर चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में इलाज में लापरवाही बरतने वाले अस्पताल एवं चिकित्सक के विरूद्ध उच्च स्तरीय जांच कमेटी बना कर जांच की मांग की है.
दोषियों पर कार्रवाई हो: आरएएस एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष महावीर खराड़ी ने बताया कि आरएएस प्रियंका बिश्नोई सहायक जिला कलक्टर, जोधपुर के पद पर पदस्थापित थी. बिश्नोई को चिकित्सक के परामर्श के पश्चात जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां सर्जरी के दौरान चिकित्सकों द्वारा अधिक एनेस्थीसिया देने के कारण और सर्जरी में लापरवाही बरतने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई. चिकित्सीय जटिलताएं उत्पन होने के कारण प्रियंका को तत्काल अहमदाबाद में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.
इलाज में लापरवाही का आरोप: खराड़ी ने कहा कि इस प्रकरण में इलाज में घोर लापरवाही बरतने वाले अस्पताल और चिकित्सक के विरूद्ध उच्च स्तरीय जांच कमेटी जिसमें प्रशासनिक अधिकारी और एम्स जोधपुर के वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हो, का गठन कर निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. खराड़ी ने कहा कि यह बहुत बड़ी लापरवाही है जिसकी वजह से हमने अपने एक साथी को खो दिया. प्रारम्भिक जानकारी में डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही दिख रही है. भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
न दवा काम आई न दुआ: बता दें कि RAS प्रियंका बिश्नोई का बुधवार रात अहमदाबाद के निजी अस्पताल में निधन हो गया. वे जोधपुर में सहायक कलेक्टर रह चुकी थीं. उनका हाल ही में 1 सितंबर को ही नगर निगम उपायुक्त पद पर तबादला हुआ था. 5 सितंबर को वो सर्जरी के लिए शहर के वसुंधरा अस्पताल में भर्ती हुई थीं, लेकिन सर्जरी के बाद कॉम्प्लिकेशन होने से उनकी तबीयत बिगड़ गई. जिसके चलते उनको 7 सितंबर को अहमदाबाद रैफर किया गया. बुधवार रात को उनकी वहां मौत हो गई. प्रियंका बिश्नोई साधारण परिवार से थीं. 2016 में उनका RAS के लिए चयन हुआ था. ग्रामीण परिवेश से आने वाली अधिकारी ने अपने कार्यक्षेत्र में बहुत जल्दी लोगों के दिलों में जगह बनाई थी. प्रियंका बिश्नोई प्रशंसनीय कार्य के लिए 15 अगस्त को सम्मानित हुई थीं.